धमतरी:दंतेवाड़ा से 340 किलोमीटर का पैदल सफर करके धमतरी पहुंचे मनरेगा कर्मचारियों की दांडी यात्रा को जिला प्रशासन ने कुरूद में कोरोना गाइडलाइन का हवाला देते हुए रोक दिया है.हालांकि छत्तीसगढ़ मनरेगा कर्मचारी संघ के सदस्य प्रशासन से अनुमति लेने की कोशिश में जुटे हैं. सदस्यों ने कहा है कि यदि प्रशासन अनुमति नहीं देती है तो फिर भी संघ के हजारों सदस्य शांतिपूर्ण तरीके से आगे बढ़ सकते हैं
धमतरी में मनरेगा कर्मचारियों की दांडी यात्रा को प्रशासन ने रोका - धमतरी में मनरेगा कर्मचारियों की दांडी यात्रा
कोरोना नियमों का हवाला देकर धमतरी में जिला प्रशासन ने मनरेगा कर्मचारियों की दांडी यात्रा को रोक दिया है. जिसके बाद मनरेगा कर्मियों में रोष है.

दंतेवाड़ा से निकली दांडी यात्रा पहुंची जगदलपुर, 78 कर्मचारी रायपुर तक कर रहे पदयात्रा
संघ के पदाधिकारियों का कहना है कि "वे कोरोना गाइडलाइन का पालन करते हुए मुख्यमंत्री से मिलकर उन्हें उनका वादा याद दिलाना चाहते हैं.इस दौरान आंदोलनकारी शांतिपूर्ण तरीके और शासन के कानून व्यवस्था का पालन करते हुए आगे बढ़ना चाहते हैं.तकरीबन 340 किलोमीटर के सफर में सभी जगह उन्हें सहयोग मिला है.ऐसे में उन्हें उम्मीद है कि आगे भी उन्हें सहयोग मिलेगा.बहरहाल मनरेगा कर्मचारियों को पूरी आस है कि सरकार उनकी बातें सुनेंगी और उनकी मांगें भी पूरी करेगी.