धमतरी: छत्तीसगढ़ के कई इलाके आज भी विकास की राह देख रहे हैं. कहीं जाने का रास्ता नहीं है, तो कहीं पानी की समस्या... कहींं विकास कागज तक सीमित रह गया. इसमें से एक कुरुद क्षेत्र भी शामिल है. सिर्री गांव में शासन की ओर से विकास की सौगात तो मिल रही है, लेकिन आपसी मतभेद के कारण जमीनी स्तर पर विकास नहीं हो पा रहा है. न ही पंचायत में प्रस्ताव पारित हो रहा है, जिसका खामियाजा ग्रामीणों को भुगतान पड़ रहा है.
ग्रामीणों कहना है कि गांव का कार्य तकरीबन साल भर से रुका हुआ है. जिसमें कोई भी सरकारी कार्य नहीं हुआ है. इसका वजह पंचायत में सर्व सम्मति नहीं होने के कारण बताया जा रहा है. इतना ही नहीं नल-जल योजना भी ठप पड़ी हुई है. मेंटेन्स का कार्य भी नहीं हो पा रहा है. ग्रामीणों का कहना है कि पंचायत को वित्तीय अधिकार है, लेकिन आहरण के लिए प्रस्ताव नहीं मिल रहा है.
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विकास कार्य को रोका जा रहा
साथ ही सरकार की महत्वकांक्षी गौठान योजना को भी बनाने के लिए जगह चिन्हांकित हो गया, लेकिन उपसरपंच और एक पंच के अतिक्रमण वाली जगह पर बनाने के लिए किया गया है. ऐसे में अब ग्रामीण सरपंच पर लापरवाही का आरोप लगा रहे हैं. उनका कहना है कि विकास कार्य को रोकने के लिए उस जगह को चिन्हांकित किया गया है.