धमतरी: लंबे इंतजार के बाद 2 अगस्त से स्कूल कॉलेजों को अनलॉक कर दिया गया है. जहां कोरोना के दिशा निर्देशों का पालन करते हुए 50 फीसदी छात्रों को स्कूल आने की अनुमति दी गई है. लेकिन कई ऐसे संस्थान हैं, जिन्हे अभी भी स्कूल खोलने की अनुमति नहीं दी गई है. जिनमें मुकबधिर आवासीय विद्यालय भी शामिल है. ऐसे में इन स्कूल में अभी भी टीचर वीडियो कॉलिंग के जरिये साईन लैग्वेंज से छात्राओं को शिक्षित कर रहे हैं.
बच्चों की पढ़ाई चौपट होता देख कोरोना संकट के बीच स्कूल खोले जा रहे है. छात्राओं का एक ऐसा वर्ग जो इससे दोगुनी समस्याओं के बीच पढ़ाई कर रहे हैं. धमतरी के मूक बधिर स्कूल में पढ़ने वाली 20 से 25 छात्राएं जो न तो सुन पाते हैं, ऐसे छात्राओं को उनके घरों में ऑनलाइन वीडियो कॉलिंग से पढ़ाई कराई जा रही है. टीचर साइन लैंग्वेज के वीडियो से कोर्स पूरा करा रहे हैं.
स्कूल में करीब 6 प्रशिक्षित शिक्षक है, जो छात्राओं का कोर्स पूरा करने में तन्मयता के साथ जुटे हुए हैं. वैसे साइन लैग्वेंज से छात्राओं को पढ़ाई कराना आसान नहीं है. फिर भी यहां के शिक्षक इनके सपनों को साकार करने के लिए खूब मेहनत कर रहे हैं. राज्य शासन से इन विद्यालयों को खोलने की अनुमति नहीं मिली है. लिहाजा टीचर मूक बधिर स्कूल की छात्राओं को वीडियो कॉलिंग पर साइन लैंग्वेज से पढ़ाई करा रही है.