धमतरी: मुजगहन और लोहरसी बीच बनाए जा रहे पुल के निर्माण में हो रही लेटलतीफी से लोग खासे परेशान हैं. आलम ये है कि पुल निर्माण का काम तीन साल बीत जाने के बाद भी पूरा नहीं हो पाया है.
बरती जा रही कोताही
इस वजह से लोगों को खासी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. हर वक्त दुर्घटना की आशंका बनी हुई है लेकिन प्रशासन पुल निर्माण को लेकर संजीदा नहीं दिखा रहा है. इन दिनों पुल पुलिया निर्माण के कार्य में जमकर कोताही बरती जा रही है.
धीमी गति से चल रहा निर्माण
जिले के कई इलाकों में पुल बनाने का काम सुस्त गति से चल रहा है. समय से पुल का निर्माण नहीं होने से आवागमन सहित बरसात के दिनों में लोगों को समस्याओं से जुझना पड़ सकता है.
तीन साल में नहीं हो पाया निर्माण
पुल का निर्माण तकरीबन 3 साल से अटका हुआ है. जबकि बरसात के दिनों में इसी नाले से ही शहर का पानी निकासी होना है. ऐसे में बरसात से पहले पुल नहीं बनने की स्थिति में शहर का पानी जमा शुरू हो जाएगा जिससे आसपास के कई घर डूब सकते हैं.
इतनी रकम हुई थी स्वीकृत
दरअसल प्रधानमंत्री सड़क योजना के तहत आवागमन को सुगम बनाने के लिए 2016 में एक करोड़ 43 लाख रुपए की लागत से मुजगहन और लोहरसी गांव के बीच पुल बनाया जा रहा है.
18 महीने में पूरा करना था काम
पुल के निर्माण का काम 18 महीने में पूरा करना था, लेकिन तीन साल बीतने को है पर अब तक पुल की बुनियाद भी ठीक से खड़ी नही हो सकी है. हालांकि ठेकेदार की ओर से पुल निर्माण के लिए खाईनुमा गड्ढा खोद दिया गया है, लेकिन काम कभी शुरू होता है तो कभी बन्द रहता है. ऐसा नहीं है कि प्रशासनिक अमले के अधिकारियों को इससे वाकिफ नही है.
किसी ने नहीं दिया ध्यान
केंद्रीय विद्यालय और रेस्टहाऊस इसी रास्ते से होकर जाना होता है और आए दिन अफसर इसी रास्ते से होकर गुजरते है, बावजूद इसके प्रशासनिक अमले के अधिकारियों को इसे देखने की फुर्सत तक नही है.
हो सकता है बड़ा हादसा
गौरतलब है कि इस मार्ग से रोज रत्नाबांधा, मुजगहन, लोहरसी, पोटियाडीह, खरतुली, आमदी, पलारी, पेंडरवानी सहित कई गांव के लोग गुजरते हैं. ग्रामीणों की माने तो पुल निर्माण नहीं होने से लोग नहर से होकर आना जाना करते हैं और इसके आलावा बड़ी-बड़ी गाड़ियां भी गुजरती हैं, जिससे नहर को नुकसान पहुंच रहा है और इससे कभी भी बड़ा हादसा हो सकता है.
बाढ़ के बन जाते हैं हालात
ग्रामीणों ने बताया कि 'बरसात में यहां बाढ़ की स्थिति बन जाती है. अगर समय रहते पुल का निर्माण नहीं किया गया तो लोगों को भारी मुसीबत का सामना कर पड़ सकता है.