धमतरी: जिला पंचायत के अध्यक्ष पद पर कांग्रेस समर्थित कांति सोनवानी निर्विरोध अध्यक्ष चुनी गईं. वहीं उपाध्यक्ष पद पर कांग्रेस समर्थित नीशू चंद्राकर की जीत हुई है. नीशू ने 3 के मुकाबले 10 वोट पाकर जीत हासिल की है. धमतरी जिला पंचायत क्षेत्र में कुल 13 वार्ड हैं, जिसमें से भाजपा सिर्फ 3 सीट ही जीत सकी और कांग्रेस को 10 सीटें मिली है.
धमतरी में कांग्रेस का कब्जा बता दें, अध्यक्ष पद के लिए भाजपा ने अपने उम्मीदवार खड़े नहीं किये थे. इसके कारण कांग्रेस को वॉकओवर मिल गया. तीन जनपद और फिर जिला पंचायत में सत्ता पाने से उत्साहित कांग्रेस प्रत्याशियों ने इसे भूपेश सरकार की नीतियों की जीत बताया है.
15 साल बाद जिला पंचायत धमतरी में कांग्रेस ने भाजपा को पछाड़कर अध्यक्ष और उपाध्यक्ष की कुर्सी पर कब्जा किया है. अनुसूचित जाति महिला वर्ग के लिए आरक्षित अध्यक्ष पद पर क्षेत्र क्रमांक 2 से निर्वाचित कांति सोनवानी निर्विरोध अध्यक्ष चुन ली गईं हैं. क्षेत्र क्रमांक 5 के निर्वाचित कांग्रेस समर्थित सदस्य नीशू चंद्राकर ने क्षेत्र क्रमांक 10 से निर्वाचित भाजपा समर्थित खूबलाल ध्रुव को 7 मतों से पराजित कर उपाध्यक्ष की कुर्सी पर कब्जा कर लिया है.
गाजे बाजे के साथ जीत का जश्न
अध्यक्ष और उपाध्यक्ष को प्रमाण पत्र दिए जाने के बाद जीते हुए प्रत्याशियों ने जमकर आतिशबाजी की और बाजे-गाजे के साथ जश्न मनाया. इस दौरान नवनिर्वाचित अध्यक्ष कांति सोनवानी और उपाध्यक्ष नीशू चंद्राकर ने जिला पंचायत से सीधे बिलाई माता मंदिर पहुंचकर मां के दरबार में मत्था टेका.
2000 में हुआ थाजिला पंचायत का गठन
- जिला पंचायत का गठन 2000 में हुआ, उस वक्त कांग्रेस समर्थित चंद्रकला नेताम अध्यक्ष बनीं थी.
- इसके बाद से 3 बार भाजपा के अध्यक्ष और उपाध्यक्ष बनते रहे.
- इस बार 10 क्षेत्रों में कांग्रेस समर्थित प्रत्याशियों की जीत हुई, जबकि भाजपा दो क्षेत्रों में ही सिमट कर रह गई. वहीं एक क्षेत्र में निर्दलीयों ने बाजी मारी है.
- जिला पंचायत अध्यक्ष पद पर अनुसूचित जाति महिला वर्ग के लिए आरक्षित है, जिसमें कांति सोनवानी को कांग्रेस ने अध्यक्ष पद के नामांकन दर्ज कराया था.
- कांति सोनवानी के खिलाफ कोई प्रत्याशी नहीं होने के कारण निर्वाचन अधिकारी ने उन्हें निर्विरोध अध्यक्ष घोषित कर दिया.
- उपाध्यक्ष के लिए कांग्रेस की ओर से नीशू चंद्राकर प्रत्याशी बनाई गई थी, उनके खिलाफ भाजपा ने खूबलाल ध्रुव चुनाव मैदान में उतरा था.
- मतदान में क्रॉस वोटिंग नहीं होने के कारण कांग्रेस के नीशू चंद्राकर को पूरे 10 वोट मिले. जबकि खूबलाल ध्रुव को 3 ही वोट मिले.
- बहरहाल कांग्रेस ने इसे सरकार के विकास कार्यों की जीत बताया है, इसके बदौलत कांग्रेस 15 साल बाद जिला पंचायत की कुर्सी पर काबिज हो सकी.