छत्तीसगढ़

chhattisgarh

ETV Bharat / state

जानें, धमतरी एसडीएम कार्यालय में BPL परिवारों ने क्यों बोला धावा ? - Dhamtari latest news

बीजेपी के नेतृत्व में शुक्रवार को धमतरी नगर निगम के लोगों ने पट्टे की मांग को लेकर एसडीएम कार्यालय में जमकर नारेबाजी की. बीजेपी जिलाध्यक्ष ने कहा कि आवास योजना का लाभ प्राप्त बीपीएल परिवारों से संपत्ति कर के नाम से मनमाने तरीके से टैक्स वसूली की जा रही है.

Dhamtari SDM Office
धमतरी एसडीएम कार्यालय

By

Published : Aug 7, 2021, 7:35 PM IST

धमतरी:बीजेपी के नेतृत्व में शुक्रवार को धमतरी नगर निगम के लोगों ने पट्टे की मांग को लेकर एसडीएम कार्यालय में जमकर नारेबाजी की. लोगों ने एसडीएम को ज्ञापन सौंपते हुए उन्हें पट्टा प्रदान कर आवास योजना का लाभ दिलाने और संपत्ति कर आधा करने की मांग की.

धमतरी एसडीएम कार्यालय

दरअसल, नगर निगम क्षेत्र में बहुत से ऐसे परिवार हैं जिनका अब तक पट्टा नहीं बन पाया है. जिसके कारण उन्हें शासन की योजनाओं से वंचित होना पड़ रहा है. इन समस्याओं को लेकर भारतीय जनता पार्टी के नेतृत्व में धमतरी जिले के विभिन्न वार्डों के लोग बड़ी संख्या में एसडीएम कार्यालय पहुंचे थे. जहां पर सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की गई. बीजेपी जिलाध्यक्ष शशि पवार ने कहा कि नगर निगम चुनाव के अवसर पर तत्कालीन प्रभारी मंत्री कवासी लखमा और कांग्रेस नेताओं द्वारा वार्डों में जाकर पट्टा वितरण की घोषणा की गई थी. जो कि अब तक नहीं मिल पाया है. जिसके कारण हितग्राही को प्रधानमंत्री आवास योजना का लाभ नहीं मिल पा रहा है.

जंगल नहीं बल्कि इस घर में मादा अजगर के अंडों से निकले 11 बच्चे

बीजेपी जिलाध्यक्ष ने कहा कि आवास योजना का लाभ प्राप्त बीपीएल परिवारों से संपत्ति कर के नाम से मनमाने तरीके से टैक्स वसूली किया जा रहा है. जिन गरीब परिवारों का टैक्स 300 रूपए था, उनसे 1400-1500 रूपए की मांग की जा रही है. जबकि सरकार बनने से पहले कांग्रेस नेताओं द्वारा यह बोला गया था कि संपत्ति कर को आधा किया जाएगा. ऐसे हुआ नहीं, लेकिन कर कम होने के बजाय तीन से चार गुना बढ़ा दिया गया है. जिसके कारण वार्डवासी परेशान हो रहे हैं.

इस मामले पर आम लोगों का कहना है कि बारिश के दिनों में उन्हें काफी परेशानियों का सामना करना पड़ता है. पट्टा नहीं होने की वजह से उन्हें आवास का लाभ नहीं मिल पा रहा है. जिसके लिए वह दफ्तरों के चक्कर काट रहे हैं. लेकिन अब तक कोई सुनवाई नहीं हुई है.

ABOUT THE AUTHOR

...view details