छत्तीसगढ़

chhattisgarh

ETV Bharat / state

आजादी का अमृत महोत्सवः धमतरी में निकाली गई साइकिल रैली

आजादी के 75वीं वर्षगांठ को अमृत महोत्सव के रूप में मनाया जा रहा है. आजादी का अमृत महोत्सव के तहत साइकिल रैली निकाली गई. यह साइकिल रैली घड़ी चौक से शुरू होकर कंडेल गांव तक का सफर तय किया. जहां स्वतंत्रता संग्राम सेनानी बाबू छोटेलाल श्रीवास्तव को याद किया गया.

Bicycle rally held in Dhamtari
धमतरी में निकाली गई साइकिल रैली

By

Published : Mar 12, 2021, 10:42 PM IST

धमतरीः आजादी के 75वीं वर्षगांठ को अमृत महोत्सव के रूप में मनाया जा रहा है. आजादी का अमृत महोत्सव के तहत साइकिल रैली निकाली गई. यह साइकिल रैली घड़ी चौक से शुरू होकर कंडेल गांव तक का सफर तय किया. जहां स्वतंत्रता संग्राम सेनानी बाबू छोटेलाल श्रीवास्तव को याद किया गया. इस साइकिल रैली में अधिकारी, कॉलेज छात्रों सहित आम लोग भी शामिल हुए.

धमतरी में निकाली गई साइकिल रैली
75 सप्ताह तक चलेगा कार्यक्रम

दरअसल देश को आजाद हुए अब 75 वर्ष होने जा रहा है. इस मौके को यादगार बनाने के लिए देशभर में कई कार्यक्रम आयोजित किए जा रहे हैं. वहीं इसे आजादी का अमृत महोत्सव के रूप में मनाये जाने की तैयारी है. 15 अगस्त के पहले 75 सप्ताह तक कई कार्यक्रमों का आयोजन किया जाएगा. ताकि आजादी की महत्ता को लोग समझ सके. वहीं इस 75वीं वर्षगांठ को लोग धूमधाम से मना सके.

रायपुर में 'आजादी का अमृत महोत्सव' कार्यक्रम की शुरुआत

निकाली गई साइकिल रैली

आजादी की 75वीं वर्षगांठ को समर्पित अमृत महोत्सव को लेकर लोगों में खासा उत्साह दिखाई दिया. शहर के घड़ी चौक में शाम 4 बजे साइकिल रैली में भाग लेने वाले लोग उपस्थित हुए जिन्हें राज्य सरकार में कैबिनेट मंत्री अमरजीत भगत ने ऑनलाइन हरी झंडी दिखाई. जिसके बाद साइकिल रैली का कारवां मकई चौक से होकर नेशनल हाइवे होते हुए करीब 15 किलोमीटर का सफर तय कर जिले की कंडेल गांव पहुंची. जहां स्वतंत्रता संग्राम सेनानी बाबू छोटेलाल श्रीवास्तव की मूर्ति का माल्यार्पण किया गया. वहीं कंडेल में कई कार्यक्रम भी किए गए.

कंडेल नहर सत्याग्रह से जुड़े थे बापू

गौरतलब है कि कंडेल नहर सत्याग्रह के अग्रणी नेता बाबू छोटेलाल श्रीवास्तव की आग्रह पर राष्ट्रपिता महात्मा गांधी 30 दिसंबर 1920 को छत्तीसगढ़ आए थे. गांधी जी कंडेल के नहर सत्याग्रह में भाग लिया था. जिसके बाद ब्रिटिश हुकूमत को भी किसानों के सामने झुकना पड़ा था. वहीं किसानों पर लगाए गए जुर्माना भी हटा दिया गया. इस तरह यह सविनय अवज्ञा आंदोलन की पहली बड़ी जीत थी. बहरहाल साइकिल रैली के बाद आजादी का अमृत महोत्सव को लेकर अब जिले में लगातार कई तरह के आयोजन किये जाएंगे. वहीं इसके लिए लोगों को भी भावनात्मक रूप से जोड़ने की तैयारी की जा रही है.

ABOUT THE AUTHOR

...view details