धमतरी:एक पुरानी कहावत है हौसला बुलंद हो और मंजिल पाने की जिद, शिद्दत से भरी हो तो राहें खुद-ब-खुद आसान हो जाती है. पिछले डेढ़ साल से कोरोना महामारी के कारण मानव जीवन पर खतरा मंडरा रहा है, लेकिन इस बीच ऐसे भी लोग है जो अपनी इच्छाशक्ति और जीने की ललक से मौत को पीछे धकेलकर फिर से जिंदगी संवारने में कामयाब हो जाते हैं.
धमतरी शहर के आमापारा वार्ड की रहने वाली प्यारीबाई जैन ने 92 साल की उम्र में कोरोना को हरा दिया है. 92 साल की उम्र में दादी ने कोरोना को मात देकर यह साबित कर दिया कि यदि जीने की चाह हो और इच्छाशक्ति हो तो साक्षात मौत को भी मात दी जा सकती है.