दंतेवाड़ा: बस्तर अंचल में मिलने वाले वन उपज महुआ और इमली स्वसहायता समूह की महिलाओं के लिए किसी वरदान से कम नहीं है. स्वसहायता समूह की महिलाएं महुआ और इमली की मदद से विभिन्न प्रोडक्ट बनाकर अच्छी आय अर्जित कर रही हैं. महिलाओं ने इसके लिए जिला प्रशासन और कलेक्टर दीपक सोनी को धन्यवाद कहा है.
जिला प्रशासन कलेक्टर दीपक सोनी बताते हैं कि गढ़बो नवा दंतेवाड़ा की थीम के तहत महिलाओं को वन उपज महुआ और इमली के प्रोडक्ट के इस्तेमाल से काफी आमदनी हो रही है. दीपक सोनी बताते हैं कि मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने इस कार्य के लिए प्रेरणा दी थी. इसके तहत महिलाओं को आजीविका से जोड़ने का प्रयास किया जा रहा है.
गरीबी रेखा से नीचे जीवन यापन कर रही महिलाओं को हो रहा फायदा
दीपक आगे बताते हैं कि महिलाओं द्वारा बनाए गए प्रोडक्ट को मार्केट में उतारने के लिए बहुत सी कंपनियों से एमओयू किया गया है. इससे महिलाएं न सिर्फ आत्मनिर्भर हो सकेंगी, बल्कि अच्छे से अपने परिवार का पालन-पोषण भी कर सकेंगी. सबसे अच्छी बात है कि इस योजना के जरिए अधिक से अधिक गरीबी रेखा से नीचे जीवन यापन करने वाले लोगों को जोड़ा गया है. कलेक्टर बताते हैं कि हमारी योजना यही है कि जो महिलाएं गरीबी रेखा से नीचे जीवन यापन कर रही है या जिनके पास रोजगार का कोई साधन नहीं है, उन्हें इस योजना से जोड़ा जाए.
एक महीने में 5 हजार रुपये की होती है कमाई