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भीमा मंडावी कि दूसरी बरसी पर प्रतिमा का हुआ अनावरण - Chhattisgarh News

भाजपा विधायक भीमा मंडावी की 9 अप्रैल 2019 को दंतेवाड़ा में नक्सलियों ने हत्या कर दी थी. इस मामले की जांच NIA कर रही है. NIA ने इसमें कार्रवाई करते हुए 5 आरोपियों को गिरफ्तार किया है. 17 मार्च 2020 को राज्य पुलिस ने NIA को दस्तावेज सौंपे थे. जिसके बाद से इस पूरे मामले की पड़ताल एनआईए कर रही है.

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भीमा मंडावी की प्रतिमा का अनावरण

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Published : Apr 9, 2021, 7:39 PM IST

Updated : Apr 9, 2021, 7:51 PM IST

दंतेवाड़ाः दिवंगत भाजपा विधायक भीमा मंडावी कि आज दूसरी बरसी मनाई गई. शुक्रवार को भीमा मंडावी कि दूसरी बरसी पर गृह ग्राम गदापाल में प्रतिमा का अनावरण किया गया. ग्रामीणों ने पूर्व विधायक को याद कर फूल माला पहनाकर उन्हें श्रद्धांजलि दी. भाजपा के वरिष्ठ कार्यकर्ता पहुंचे और उनकी प्रतिमा पर फूल माला पहनाकर श्रद्धांजलि अर्पित की. कार्यक्रम में भारी संख्या में लोग पहुंचे.

भीमा मंडावी की प्रतिमा का अनावरण

घटना में शहीद हुए जवानों को भी दी श्रद्धांजलि

कार्यक्रम में पहुंचे भाजपा जिला अध्यक्ष चैतराम आटामी ने कहा कि एक साल पहले विधानसभा चुनाव के पूर्व हमने विधायक भीमा मंडावी को खो दिया था. उनकी शहादत पर उनकी प्रतिमा का अनावरण उनके पैतृक ग्राम गदापाल में किया गया है. चैतराम आटामी ने घटना में शहीद हुए जवानों को भी याद किया.

NIA कर रही जांच

बता दें कि दंतेवाड़ा के तत्कालीन विधायक भीमा मंडावी की अप्रैल (2019) को नक्सलियों ने हत्या कर दी थी. घटना में पांच जवानों ने भी शहादत दी थी. इसके बाद कुछ आरोपी पकड़े भी गए. इसी बीच राज्य शासन की सरेंडर नीति के अंतर्गत कुछ नक्सलियों ने आत्मसमर्पण किया. उन्होंने कहा कि वे इस हत्या में शामिल लोगों को जानते हैं. इस मामले में सरेंडर किए गए नक्सलियो को NIA कोर्ट ने सरकारी गवाह बनाने के लिए आवेदन जारी किया. जिसे एनआईए कोर्ट ने खारिज कर दिया था. NIA भीमा मंडावी हत्याकांड की जांच आज भी कर रही है.

केंद्र ने NIA को सौंपी है जांच की जिम्मेदारी

बता दें कि दंतेवाड़ा से भाजपा विधायक भीमा मंडावी की हत्या 9 अप्रैल 2019 को लोकसभा चुनाव प्रचार से जिला मुख्याल लौटने के दौरान हुई थी. नकुलनार के श्यामगिरी गांव के पास आईईडी लगाकर नक्सलियों ने उनके काफिले को विस्फोट से उड़ा दिया था. हमले में विधायक भीमा मंडावी, उनके ड्राइवर, सुरक्षा गार्ड सहित कुल चार लोगों की मौत हो गई थी. जिसके बाद 19 मई 2019 को केंद्र ने NIA को मामले की जांच की जिम्मेदारी सौंपी थी. 17 मार्च 2020 को राज्य पुलिस ने NIA को दस्तावेज सौंपे थे. जिसके बाद से इस पूरे मामले की पड़ताल एनआईए कर रही है.

Last Updated : Apr 9, 2021, 7:51 PM IST

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