दंतेवाड़ा: कुआकोंडा में आदिवासियों की रिहाई की मांग को लेकर प्रदर्शन कर रही समाज सेवी सोनी सोरी की गिरफ्तारी के मामले में DSP और खुद सोनी ने बड़े बयान दिए है. DSP ने सोनी सोरी पर जान बूझकर गिरफ्तार होने का आरोप लगाया है, तो वहीं सोरी ने SDM को ही आरोपी बता दिया.
गिरफ्तारी पर बोलीं सोनी सोरी जानकारी के अनुसार पुलिस-प्रशासन से आग्रह करने के बाद भी सोनी सोरी अपने समर्थकों के साथ कुआंकोंडा में डटी थीं. जिसके बाद पुलिस ने सभी को वहां से खदेड़कर समाज सेवी सोनी सोरी को गिरफ्तार कर लिया.
DSP का क्या है कहना
⦁ सोरी ने बिना अनुमती रैली करने की कोशिश की, जिसमें बड़ी संख्या में स्थानीय आदिवासी शामिल हुए थे.
⦁ सोरी को 3 बार रैली खत्म करने और लोगों को वापस भेजने की हिदायत भी दी गई.
⦁ सोरी लोगों के सामने पीछे नहीं हट पा रहीं थी, वो खुद गिरफ्तार होना चाहती थीं.
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सोनी सोरी ने ये कहा
⦁ हमने SDM (लिंगराज सिदार) को रैली के लिए आवेदन दिया था, लेकिन वहां से कोई लेटर वापस नहीं मिला था.
⦁ लोकतंत्र में मेरे साथ अन्नयाय हो रहा है.
⦁ दोषी मैं नहीं SDM हैं, जिन्होंने हमें अनुमति नहीं दी.
⦁ हम राज्य सरकार से जेल में आदिवासियों की संख्या के अनुसार जेलों की संख्या बढ़ाने की मांग कर रहे थे.
⦁ जेल की क्षमता कम है ऐसे में जेलों की संख्या बढ़ाई जाए. ताकि जेलों मे बंद निर्दोश आदिवासियों की पेशी जल्दी हो सके और उन्हें न्याय मिल सके.