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15 दिनों में 3 बड़े नक्सलियों की बीमारी से मौत, पुलिस का दावा 5 डिविजनल कमेटी मेंबर की हालत गंभीर - नक्सली कमांडर कोरसा गंगा

नक्सली संगठन में कोरोना संक्रमण और फूड प्वॉइजनिंग के कारण तीन बड़े नक्सली लीडरों (डिविजनल कमेटी मेंबर) की मौत हुई है. पुलिस का दावा है कि 5 DVCM मेंबर (divisional committee member) अब भी बीमार हैं. एसपी अभिषेक पल्लव (Dantewada SP Abhishek Pallav) ने कहा कि लोन वर्राटू अभियान के तहत नक्सली समर्पण करें. ताकि उनका इलाज कराया जा सके. (police appeal to Naxalites)

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बीमारी से मर रहे नक्सली

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Published : Jun 15, 2021, 6:20 PM IST

दंतेवाड़ा:नक्सलियों के बीच कोरोना कहर बरपा रहा है. भले ही नक्सली संगठन कोरोना संक्रमण का खंडन करें, लेकिन प्रशासन लगातार नक्सलियों में कोरोना संक्रमण फैलने की पुष्टि कर रहा है. (Naxalite leaders died ) वनांचल में कोरोना संक्रमण के हालातों की बात करें तो 15 दिनों के भीतर 3 हार्डकोर नक्सलियों की मौत कोरोना संक्रमण और फूड प्वॉइजनिंग (corona infection and food poisoning) से हुई है. एसपी अभिषेक पल्लव ने पुष्टि की है कि 5 से ज्यादा नक्सली कमांडर गंभीर रूप से बीमार हैं. (Corona infection in Naxalite organization )

एसपी अभिषेक पल्लव

पुलिस का दावा बीमार हैं कई बड़े नक्सली नेता

दंतेवाड़ा एसपी अभिषेक पल्लव का दावा है कि अब भी नक्सलियों के बड़े लीडर DVCM मेंबर (डिविजनल कमेटी मेंबर) बीमार हैं. उनका दावा है कि 3 बड़े नक्सली DVCM मेंबर (divisional committee member) की हाल के दिनों में बीमारी से मौत हुई है. वहीं विनोद,राजेश,सोनू,आकाश और क्रांति जैसे बड़े नक्सली कैडर बीमार चल रहे हैं. पुलिस का कहना है कि नक्सलियों की सेंट्रल कमेटी की जिद के कारण नक्सली संगठन के बीच कोरोना फैला है. उन्होंने कोरोना प्रोटोकॉल का पालन नहीं किया है. जो संक्रमण फैलने का बड़ा कारण माना जा रहा है. (5 divisional committee members sick)

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पुलिस के अनुसार कोरोना संक्रमण, फूड पॉइजनिंग से हुई है मौतें

  • नक्सली संगठन के सेंट्रल कमेटी ने कोरोना संक्रमण को गंभीरता ने नहीं लिया.
  • कोरोना संक्रमण के प्रोटोकॉल का नहीं किया गया पालन.
  • लॉकडाउन में खाद्य सप्लाई हुई प्रभावित.
  • नक्सली संगठन खराब खाद्य प्रयोग के लिए मजबूर हुए.
  • मेडिकल सुविधा की कमी से नहीं हो सका बीमार नक्सलियों का इलाज.
  • फूड पॉइजनिंग और सही ट्रीटमेंट नहीं मिलने के कारण गई कई नक्सलियों की जान

पुलिस ने की नक्सलियों से आत्मसमर्पण की अपील

बस्तर में प्रशासन पहले ही स्पष्ट कर चुका है कि किसी भी हालात में नक्सलियों को दवा और खाद्य सप्लाई नहीं किया जाएगा. लेकिन प्रशासन लगातार नक्सलियों से अपील कर रहा है कि नक्सल विचारधारा को छोड़ नक्सली अगर मुख्यधारा से जुड़ने का फैसला करते हैं तो प्रशासन उनका इलाज कराएगा. इसके अलावा पुनर्वास नीति का भी उन्हें लाभ दिलाया जाएगा. एसपी अभिषेक पल्लव ने कहा कि लोन वर्राटू अभियान के तहत नक्सली समर्पण करें. (police appeal to Naxalites surrender )

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कई नक्सलियों ने किया सरेंडर

प्रशासन की अपील का असर भी हुआ है. संगठन में कोरोना संक्रमण फैलने के बाद से नक्सलियों में फूट देखने को मिली है. कई नक्सलियों ने सरेंडर भी किया है. इनमें जिन नक्सलियों की कोरोना रिपोर्ट पॉजिटिव थी उन्हें इलाज मुहैया कराया गया.

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तीन नक्सलियों की हुई मौत

  • 27 मई को तेलंगाना के कोत्तागुड़म जिले में अस्पताल में भर्ती कोरोना संक्रमित नक्सली कमांडर कोरसा गंगा उर्फ आयतु की मौत हो गई थी. (Death of Korsa Ayatu) पुलिस का दावा है कि कोरोना संक्रमण से उसकी मौत हुई है.
  • 5 जून को हैदराबाद में नक्सलियों के कम्युनिकेशन टीम के चीफ Chief of communication team of Naxalites) गद्दाम मधुकर उर्फ सोबराय (Gaddam Madhukar alias Sobrai) की इलाज के दौरान मौत हो गई थी.
    नक्सलियों के कम्युनिकेशन टीम के चीफ गद्दाम मधुकर उर्फ सोबराय
  • 13 जून को नक्सली नेता कट्टी मोहन राव उर्फ दामू दादा की मौत हो(death of Naxalite Mohan Rao) गई है. सूत्रों के अनुसार नक्सली मोहन राव कोरोना से संक्रमित था. वहीं नक्सलियों ने मोहन की मौत की वजह हार्ट अटैक बताई है.
    नक्सली नेता कट्टी मोहन राव उर्फ दामू दादा

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नक्सलियों के दावे अलग

नक्सलियों का दावा है कि पीएलजीए के प्लाटून कमांडर गंगाल उर्फ कोरसा आयतू को बीमार होने के बाद गंभीर अवस्था में इलाज के लिए तेलंगाना के खम्मम अस्पताल भेजा गया था. तेलंगाना पुलिस ने 24 मई को उसे गिरफ्तार किया और प्रताड़ित किया, जिसके कारण उसकी मौत हो गई है. वहीं नक्सलियों ने नक्सली मोहन की मौत की वजह हार्ट अटैक बताई है.

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