दंतेवाड़ा: बैलाडीला में नंदराज पर्वत को बचाने के लिए आदिवासी अनिश्चितकालीन धरना-प्रदर्शन कर रहे हैं. इन सब के बीच एसडीएम ने 12 जून की रात 12 बजे तक आदिवासियों को धरनास्थल खाली करने का आदेश जारी कर दिया है. साथ ही धरना स्थल खाली न करने पर एसडीएम ने कड़ी कार्रवाई की चेतावनी दी है. जिसके बाद से आदिवासियों में खलबली मची है.
आदिवासियों को आधी रात मझधार में छोड़ भागे उनके हितैषी, जगह खाली करने का फरमान - adivasi protest for nandraj
दंतेवाड़ा में आंदोलन कर रहे आदिवासियों को प्रशासन ने धरनास्थल खाली करने का आदेश दे दिया है.
एसडीएम का कहना है कि सरकार ने आदिवासियों की सभी मांगें मान ली हैं. बावजूद इसके आदिवासियों का आंदोलन खत्म नहीं हुआ है. हालांकि, आदिवासियों का कहना है कि जब तक बैलाडीला डिपॉडिट-13 खदान का एमओयू रद्द नहीं कर दिया जाता है और पेड़ कटाई के साथ फर्जी ग्राम सभा की जांच नहीं करा लेती है, वे धरना पर डटे रहेंगे.
इधर, एनएमडीसी के आदेश के बाद से धरना स्थल से सभी बड़े नेता गायब है. धरना स्थल पर आदिवासियों की सिर्फ एक नेता सोनी सोरी अभी भी दिख रही हैं. सोनी सोरी ने बताया कि एनएमडीसी के नोटिस के बाद से सभी बड़े नेता और सरपंच यहां से गायब हैं. उन्होंने कहा कि वे यहां पर पूरी रात डटी रहेंगी. उन्होंने कहा कि वे चाहती हैं कि सभी आदिवासियों को सही सलामत उनके घर तक छोड़ा जाए. सोनी सोरी ने कहा कि, जब तक सभी आदिवासियों को उनके घर तक नहीं छोड़ा जाता वे उनके साथ हैं.