दंतेवाड़ा : मां दंतेश्वरी की धरा पर (Dantewada danteshwari temple )मुस्लिम समुदाय के दो भाईयों ने एकता और भाईचारे का संदेश दिया है. दोनों भाई पदयात्रियों के लिए बनाए गए माता के पंडाल में खुद माइक और स्पीकर लेकर पहुंचे और माता के भक्ति गीतों को गाकर समां बांध (Muslim brothers sang bhajans at Danteshwari temple) दिया.
एक भाई ने 'तूने मुझे बुलाया शेरा वालिए' और शेर पे सवार होकर आजा शेरा वालिए' तो दूसरे ने 'शेरों वाली और ये काल रात है कल्याणी' गाया. इनके भक्ति गानों ने पंडाल में आराम कर रहे पदयात्रियों की थकान दूर कर उनमें जोश भर दिया. इन दोनों का कहना है कि मजहब से बढ़कर दुनिया में भाईचारा है.
Dantewada danteshwari temple : दंतेश्वरी मंदिर में मुस्लिम भाईयों ने पेश की मिसाल - significance of navratri festival
Dantewada danteshwari temple दंतेवाड़ा में भाईचारे का संदेश देने वाले दो मुस्लिम भाईयों ने समां बांध दिया.नवरात्रि के दौरान माता के पंडाल में ना सिर्फ दोनों भाईयों ने सेवा दी बल्कि भक्तों को माता के भजन भी सुनाए.
दरअसल, इनमें से एक साजिद भारती खान, पेशे से शिक्षक हैं. वहीं दूसरे मिंटू खान हैं, जो शहर के एक प्रतिष्ठित व्यापारी हैं. मुस्लिम समुदाय के ये दोनों सदस्य हमेशा भक्ति और सामाजिक कामों में आगे रहते हैं. हर दिन गीदम के यूथ क्लब में शहर के ही रहने वाले सुरेश फुटाने, जॉनी जैन, मदन समेत अन्य के साथ गानों की प्रैक्टिस भी करते हैं. साजिद और मिंटू खान ने बताया कि 'भक्ति गाने अच्छे लगते हैं. अपने मजहब के साथ ही दूसरे मजहब के रीति रिवाज और संस्कृति में शामिल होना, कोई भी पर्व साथ मिलकर मनाना बेहद पसंद है. ऐसा करने से भाईचारा बना रहता है.''
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हर नवरात्र में दुर्गा पंडाल में गीदम साईं समिति द्वारा माताजी के जगराते का आयोजन किया जाता है. दूर दूर से आने वाले श्रद्धालुओं की सेवा भी की जाती है. साईं समिति ट्रस्ट दूर दूर से आने वाले भक्त गणों के लिए सोने, रुकने और खाने का इंतजाम हर नवरात्रि में करती है. पिछले 5 वर्षों से साईं समिति हर त्योहार में इस प्रकार के आयोजन करती है. जिसमें हिंदू मुस्लिम सिख ईसाई सभी अपना योगदान देते हैं. भाईचारे का संदेश देते हुए हर त्यौहार मनाया जाता है. dantewada navratri 2022