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साल 2021 में दंतेवाड़ा में लोन वर्राटू अभियान के सामने चित हुए नक्सली

बस्तर पुलिस-प्रशासन के लिए साल 2021 काफी सफलता भरा रहा है. दंतेवाड़ा में लोन वर्राटु अभियान चला (Lone Varratu Campaign in Dantewada) के जरिए नक्सलियों के खिलाफ चल रहे अभियान में पुलिस- प्रशासन को बड़ी कामयाबी मिली है. आइये जानते हैं साल 2021 में बस्तर में नक्सलियों के खिलाफ अभियान (Campaign against Naxalites in Bastar) में पुलिस-प्रशासन कितना कामयाब रहा...

Police got success in Bastar in 2021
बस्तर में 2021 में पुलिस को मिली सफलता

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Published : Dec 25, 2021, 7:29 PM IST

दंंतेवाड़ाःजिले में पुलिस प्रशासन के लिए 2021 कामयाबी भरा रहा. पुलिस प्रशासन को दंतेवाड़ा में लोन वर्राटू अभियान के जरिए सफलता मिली. इस अभियान के तहत अब तक 251 नक्सलियों ने मुख्यधारा में जुड़ते हुए पुलिस के सामने आत्मसमर्पण किया है.

साल 2021 में डीआरजी महिला कमांडो और सीआरपीएफ-नक्सली मुठभेड़ में जवानों ने 19 इनामी नक्सलियों को मार गिराया. 75 नक्सलियों को मुठभेड़ के दौरान गिरफ्तार किया गया. नक्सलियों के खिलाफ अभियान में पुलिस-प्रशासन को काफी कम नुकसान हुआ. छिदनार के इंद्रावती पुल निर्माण में बम ब्लास्ट (Bomb blast in Indravati bridge construction) हुआ. सीएएफ का एक जवान शहीद हुआ. नक्सल प्रभावित क्षेत्र कटेकल्याण टेटम में नक्सलियों ने एक जवान की हत्या की.

दंतेवाड़ा एसपी अभिषेक पल्लव ने ईटीवी भारत को बताया कि छत्तीसगढ़ में आत्मसमर्पण पुनर्वास नीति (Surrender Rehabilitation Policy in Chhattisgarh) के तहत पुलिस प्रशासन को बड़ी सफलता मिली है. लोन वर्राटू अभियान भी सफल रहा है. इस अभियान के तहत अब तक 251 खोखली विचारधारा से तंग नक्सली सरेंडर कर चुके हैं.

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आत्मसमर्पण करने वालों में नक्सलियों के बड़े लीडर
दंतेवाड़ा एसपी अभिषेक पल्लव ने बताया कि आत्मसमर्पण करने वालों में नक्सलियों के बड़े लीडर शामिल हैं. कई नक्सलियों पर लाखों का इनाम भी घोषित था.

आत्मसमर्पित नक्सलियों को मिल रही ये सुविधाएं

दंतेवाड़ा एसपी के मुताबिक छत्तीसगढ़ सरकार की पुनर्वास नीति के तहत आत्मसमर्पित नक्सलियों को आधार कार्ड, पहचान पत्र, राशन कार्ड दिए गए हैं. उनके बैंक खाते भी खुलवाए गए. इससे उनका जीवन खुशहाल हुआ. गांव वालों का पुलिस प्रशासन ने विश्वास जीता. गांव वाले अब खुलकर अपने गांव में विकास चाहते हैं. यही वजह है कि अब अंदरूनी क्षेत्र के गांवों का विकास हो रहा है.

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