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Katekalyan to England: महुआ बेचकर कटेकल्याण की पार्वती करेगी इंग्लैंड का सफर

दंतेवाड़ा बदल रहा है. ये बात साबित भी हो रही है. क्योंकि दंतेवाड़ा की स्वसहायता समूह की महिलाएं वनोपज संग्रह कर विदेशों तक भेज रही है.

KateKalyan Parvati will travel to England
कटेकल्याण की पार्वती करेगी इंग्लैंड का सफर

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Published : May 24, 2022, 8:46 AM IST

रायपुर\हैदराबाद: छत्तीसगढ़ की मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के साथ एक छोटे से संवाद ने कटेकल्याण की पार्वती की इंग्लैंड की टिकिट बुक करा दी. भूपेश बघेल इस समय दंतेवाड़ा दौरे पर हैं. वहां वे भेंट मुलाकात कार्यक्रम के जरिए लोगों से बात कर रहे हैं. सोमवार को भूपेश कटेकल्याण पहुंचे थे. वहां उन्होंने स्वसहायता समूहों की महिलाओं से बात की. इसी दौरान कटेकल्याण की एक महिला पार्वती मोरे ने सीएम को बताया कि हम लोग महुआ इंग्लैंड तक भेजते हैं. बस फिर क्या था. सीएम ने कहा कि आप को भी इंग्लैंड भेजेंगे.

कटेकल्याण की पार्वती करेगी इंग्लैंड का सफर: भेंट मुलाकात कार्यक्रम के दौरान कटेकल्याण की पार्वती ने सीएम भूपेश बघेल को धन्यवाद दिया. पार्वती ने कहा कि आपके वनोपज संग्रहण का उचित मूल्य दिये जाने का लाभ हम सबको हुआ है. विभिन्न समूहों के माध्यम से 40 हजार क्विंटल महआ एकत्रित हुआ है. इस बार हम लोग महुआ इंग्लैंड तक भेजने वाले हैं. इस पर मुख्यमंत्री ने कहा क्या बात है. फिर मुख्यमंत्री ने पूछा कि क्या तुम भी इंग्लैंड जाना चाहती हो. युवती के उत्साह से भरे चेहरे को देखकर मुख्यमंत्री ने कहा कि तुम्हें भी इंग्लैंड भेजेंगे.

वन धन विकास योजना से समृद्ध हो रहा दंतेवाड़ा

दंतेवाड़ा में भेंट मुलाकात कार्यक्रम:कटेकल्याण क्षेत्र में बड़े पैमाने पर महुआ संग्रहण का कार्य होता है. महुआ के पूरा सीजन लोग इसे इकट्ठा करते हैं. एक तरह से महुआ यहां की संस्कृति में रचा बसा है. अब महुआ की वैश्विक पहुंच से यहां आय के नये अवसर पैदा हो रह हैं.

अब 65 वनोपज खरीदेगी छत्तीसगढ़ सरकार, 18 के बढ़ाए दाम

छत्तीसगढ़ में सरकार प्राकृतिक संसाधनों के उपयोग और ग्रामीणों को आर्थिक लाभ देने की दिशा में वनांचल क्षेत्र में पाए जाने वाले वनोपज को समर्थन मूल्य पर खरीद रही है. पहले समर्थन मूल्य पर 52 लघु वनोपज की खरीदी होती थी. लेकिन अब 65 वनोपज सरकार खरीद रही है. सरकार ने 18 लघु वनोपज के संग्रहण दरों में वृद्धि की है. जिसमें महुआ फूल, तेंदूपत्ता, इमली, चिरौंजी गुठली, रंगीनी लाख, कुसुमी लाख, फूल झाड़ू, गिलोय, चरौंटा बीज, धवई फूल, नागरमोथा हैं.

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