दंतेवाड़ा: छत्तीसगढ़ वन कर्मी संघ अपनी 4 सूत्री मांगों को लेकर अनिश्चितकालीन हड़ताल पर हैं. सस्पेंड साथी कर्मियों को बहाल करवाने के साथ अपने अधिकारी पर कई आरोप लगाया हैं. वन कर्मियों ने एकजुटता दिखाते हुए कहा कि हमारी चारों मांगें पूरी नहीं होती तो हम वन कर्मचारी संघ अनिश्चितकालीन हड़ताल पर रहेंगे.
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एसडीओ पर गंभीर आरोप
वन कर्मचारी संघ अध्यक्ष रामलाल नेताम ने बताया कि उनके उच्च अधिकारी एसडीओ (वन) अशोक सोनवानी द्वारा तालाब उत्खनन मामले में टीम गठित किया था. उसने अपने नीचले स्तर के कर्मचारियों को निर्दोष होने के बावजूद सस्पेंड करवा दिया. जिसके विरोध में छत्तीसगढ़ वन कर्मी संघ के बैनर तले जिले के सभी वन अमला एकजुट हुए हैं.
ये चार प्रमुख मांग
- निलंबन आदेश तुरंत निरस्त किया जाए.
- लकड़ी जब्ती मामले पर भी वन कर्मियों पर गलत आरोप लगा कर कार्रवाई की गई है. इन मामलों की पुनः अन्य सक्षम अधिकारी से जांच तथा दोषी एसडीओ पर कार्रवाई की मांग करते हुए वन कर्मी उसे हटाने की मांग कर रहे हैं.
- तत्कालीन परिक्षेत्र अधिकारी बचेली के कैंपा मंद द्वारा किए गए कामों की 2020 से 21 तक की जांच कराई जाए.
- 4 वर्तमान एसडीओ अशोक सोनवानी को मंडल अधिकारी पद से तुरंत हटा कर स्थानांतरण किया जाए.
वहीं डीएफओ संदीप बलगा ने बताया कि तीन मुद्दों पर वन कर्मियों के साथ सहमति बन गई है. चौथी मांग पर विचार किया जा रहा है.