दंतेवाड़ा:छत्तीसगढ़ में नक्सलियों को मुख्यधारा में जोड़ने के लिए लोन वर्राटू अभियान कारगर साबित हो रहा है. बचेली थाना क्षेत्र में लोन वर्राटू अभियान के तहत 2 लाख के इनामी नक्सली ने आत्मसमर्पण किया है. आत्मसमर्पित नक्सली का नाम मनकू ताती है.
नक्सलियों ने खोखली विचारधाराओं से तंग आकर किया सरेंडर
सरेंडर नक्सलीमनकू ताती प्लाटून कमांडर 2 का सदस्य है और कई बड़ी वारदातों में शामिल रह चुका है. मनकू ने बताया कि नक्सलियों की खोखली विचारधारा से तंग आकर और मुख्यधारा में जुड़ने के लिए उसने आत्मसमर्पण किया है.
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इन घटनाओं को दिया था आंजाम
- साल 2019 में एनएमडीसी की पहाड़ियों पर एंबुश लगाने की वारदात को उसने अंजाम दिया था. बारूद वाहन को लूटने के इरादे से लगाया था एंबुश.
- साल 2020 में सुकमा जिले के मिनपा क्षेत्र में पुलिस पार्टी पर फायरिंग और विस्फोट करने की वारदात में था शामिल. इस घटना में 19 जवान शहीद हुए थे. 3 नक्सली भी मारे गए थे.
'लोन वर्राटू' अभियान से मिल रही सफलता
बस्तर में स्थानीय कैडर के नक्सलियों को सही रास्ते पर लाने के लिए छत्तीसगढ़ पुलिस लगातार कोशिश कर रही है. इसके तहत दंतेवाड़ा जिले में नक्सलियों के लिए एक अनोखी पहल की शुरुआत की गई है, जिसका नाम लोन वर्राटू दिया गया है, जिसका अर्थ है घर वापस लौटें. इस अभियान के तहत अब धीरे-धीरे पूरे दंतेवाड़ा जिले से स्थानीय कैडर के नक्सली पुलिस से संपर्क कर समाज की मुख्य धारा में वापस लौट रहे हैं.