दंतेवाड़ा :दंतेवाड़ा जिले नक्सलगढ़ में सीआरपीएफ व डीआरजी जवानों को नुकसान पहुंचाने के इरादे से नक्सलियों द्वारा आईडी व स्पाई कॉल जंगलों व पगडंडी वाली रास्तों पर नक्सली लगाते हैं. जिसे ढूंढ कर निकालना जवानों के लिए एक चुनौती भरा काम होता है. इसके लिए सुरक्षा पर तैनात जवान और फोर्स में ट्रेनिंग देकर तैयार किए गए डॉग की भूमिका अहम होती है. इन डॉग को विशेष ट्रेनिंग दी जाती है. दंतेवाड़ा पुलिस व सीआरपीएफ के विशेष ट्रेनिंग दिए गए 3 डॉग नक्सल प्रभावित क्षेत्र के लिए दिए गए हैं. जिलों में नक्सल प्रभावित क्षेत्र में सर्चिंग के दौरान अब तक 200 से ज्यादा बारूदी टिफिन बम आईडी ढूंढ निकाली है. साथ ही ऑपरेशन के दौरान कई जवानों की जान भी बचाई है.
डॉग की बदौलत कई बड़े नक्सली मुठभेड़ को दिया जा चुका है अंजाम
नक्सलगढ़ में डॉग स्पेशल टीम ने अब तक 200 से ज्यादा स्पाइस होल आईडी बरामद की
दंतेवाड़ा पुलिस व सीआरपीएफ के विशेष ट्रेनिंग दिए गए 3 डॉग नक्सल प्रभावित क्षेत्र के लिए दिए गए हैं. इन डॉग्स ने जिलों में नक्सल प्रभावित क्षेत्र में सर्चिंग के दौरान अब तक 200 से ज्यादा बारूदी टिफिन बम आईडी ढूंढ निकाली है.
जब भी सर्चिंग अभियान चलाया जाता है, सबसे आगे फ्लाइंग डॉग स्क्वायड की टीम रहती है. ये टीम आगे-आगे सर्चिंग करती चलती है. जिसके पीछे-पीछे जवान सर्चिंग पर निकलते हैं. इनकी बदौलत कई बड़े नक्सली मुठभेड़ को अंजाम दिया जा चुका है. नक्सल प्रभावित क्षेत्र में सीआरपीएफ व पुलिस बल द्वारा एक विशेष दल बनाया गया है, जो बम निरोधक दस्ते के साथ तैयार रहता है. इसी का परिणाम है कि आज नक्सल प्रभावित क्षेत्र नाहडी ककड़ी पोटली बुरगुम क्षेत्रों में बेखौफ सर्चिंग की जा रही है.