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Dantewada : सोनू सूद के ट्वीट के बाद जागेश्वरी को मिला इलाज, ट्री मैन सिंड्रोम बीमारी से है पीड़ित

लॉकडाउन में एक्टर सोनू सूद की दरियादिली पूरे भारत ने देखी है.उनके किए गए कार्यों के कारण सैंकड़ों किलोमीटर दूर फंसे मजदूर अपने घर वापस आ सके.जिसके लिए सोनू सूद को सामाजिक संगठनों ने पुरस्कार भी दिया था. अब सोनू सूद ने छत्तीसगढ़ की बेटी के लिए सरकार से गुहार लगाई. सोनू की गुहार सरकार ने तुरंत सुनी और बच्ची को इलाज के लिए रायपुर लाया गया.

Sonu Sood tweet
सोनू सूद के ट्वीट के बाद मिला इलाज

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Published : Apr 4, 2023, 1:29 PM IST

दंतेवाड़ा :बस्तर की बेटी एक लाइलाज बीमारी से जूझ रही है. माता पिता के पास इतना पैसा नहीं है कि उसका इलाज करा सके. इस बच्ची का नाम जागेश्वरी है.जिसे ट्री मैन सिंड्रोम नाम की बीमारी है.इस बीमारी में शरीर की चमड़ी पेड़ की छाल के जैसे सख्त होने लगती है. जैसे ही इस बच्ची से जुड़ी न्यूज एक्टर सोनू सूद ने देखी.उन्होंने तुरंत छत्तीसगढ़ सरकार को ट्वीट के माध्यम से बच्ची को इलाज देने की अपील की. इस ट्वीट के बाद स्वास्थ्य विभाग और प्रशासन हरकत में आया. जिसके बाद जागेश्वरी को इलाज के लिए रायपुर मेडिकल कॉलेज में लाया गया है.

पहले भी हो चुका है इलाज :इस बीमारी से पीड़ित बच्ची का इलाज पहले भी शासन और प्रशासन की मदद से रायपुर में ही करवाया गया है. लेकिन सर्जरी के बाद जागेश्वरी की हालत पहले के ही तरह हो जाती है.इस बार भी डॉक्टर जागेश्वरी का इलाज करेंगे. लेकिन इस बीमारी को पूरी तरह से ठीक नहीं किया जा सकता है.


कहां रहती है जागेश्वरी:जागेश्वरी छत्तीसगढ़ के दंतेवाड़ा जिले में रहती है. गीदम ब्लॉक के एक छोटे से गांव बेंगोफर में उसके माता पिता खेती किसानी करते हैं. जागेश्वरी के जन्म के कुछ साल बाद उसमें ट्री मैन सिंड्रोम दिखने लगे. बीमारी में शरीर में पेड़ की छाल की तरह परते उभरने लगती है. यह एक दुर्लभ बीमारी है और दुनिया में गिने चुने लोगों को ही होती है.

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क्यों हुई बीमारी :जागेश्वरी के जीन म्यूटेशन में खराबी के कारण उसकी त्वचा पेड़ की छाल की तरह सख्त होने लगी है. जिसे मेडिकल भाषा में इक्थायोसिस स्टिरिक्स कहा जाता है. जागेश्वरी की बायोप्सी रिपोर्ट में एपिडर्मोलिटिक हाइपरकेराटोसिस पाया गया. एक महीने तक जागेश्वरी का विशेषज्ञ चिकित्सकों की देखरेख में इलाज किया गया है. जिससे जागेश्वरी 80 प्रतिशत तक स्वस्थ्य हो गई.लेकिन एक बार फिर बीमारी बढ़ चुकी है.इसलिए बच्ची को दोबारा रायपुर के अस्पताल में भर्ती किया गया है.

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