दंतेवाड़ा:डिप्टी रेंजर भूषण नेताम ने बताया कि "उच्च अधिकारियों के निर्देश पर उड़नदस्ता टीम ने छापामार कार्रवाई की है. वार्ड क्रमांक 3 में मिनी फर्नीचर मार्ट बनाकर आरोपी विनोद लंबे समय से सागौन लकड़ी से फर्नीचर बनाने की सूचना मिल रही थी. मुखबिर की सूचना पर उड़नदस्ता की टीम ने छापेमार करवाई कर आरोपी के घर से एक मिनी फर्नीचर मार्ट की मशीन, चौखट, पलंग और फारा जब्त किया है. आरोपी से पूछताछ की जा रही है कि या लकड़ी उसके पास कहां से आई. जिसकी खुले बाजार में लकड़ी की कीमत दो लाख रुपये बताई जारी है."
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दंतेवाड़ा वन विभाग को मिली बड़ी कामयाबी: वन विभाग एसडीओ अशोक सोनवानी ने बताया कि "लंबे समय से मुखबिर से सूचना मिल रही थी कि बड़े पैमाने में वार्ड क्रमांक 3 में लकड़ी का कारोबार किया जा रहा है. लेकिन साक्ष्य नहीं होने के कारण अब तक इस मामले में कार्रवाई नहीं की गई थी. पुख्ता सबूत मिलने के बाद वन विभाग उड़नदस्ता टीम ने छापामार कार्रवाई करते हुए लाखों का सागौन चिरान जब्त किया है. वन विभाग के लिए एक बड़ी कामयाबी है.
छापामार कार्रवाई कर वन विभाग अपनी पीठ थपथपा रही है:दंतेवाड़ा जिला नक्सल प्रभावित क्षेत्र होने के कारण जंगलों में लकड़ी तस्करों का दबदबा बना हुआ है. लकड़ी तस्करी का बड़ा खेल लंबे समय से चला आ रहा है. नक्सल क्षेत्र का हवाला देते हुए वन विभाग की टीम अंदरूनी क्षेत्रों में इन लकड़ी तस्करों को पकड़ने में नाकाम रही है. क्योंकि कई बार मुखबिर से सूचना मिलने के बाद जब वन अमला की टीम मौके पर पहुंची तो लकड़ी तस्करों ने टीम हमला कर किया, जिसमें कई वन विभाग के कर्मचारी घायल भी हुए थे. जिसके कारण वन विभाग उड़नदस्ता टीम सुरक्षा का हवाला देते हुए अंदरूनी क्षेत्रों में जाने से कतराते हैं. जिसका फायदा उठाकर लकड़ी तस्कर अंदरूनी क्षेत्रों में बड़े पैमाने पर लकड़ी का कारोबार कर रहे हैं. वन विभाग की टीम मुख्यालय के आसपास छापामार कार्रवाई कर अपनी पीठ थपथपा रही है.