दंतेवाड़ाःदंतेवाड़ा (Dantewada) में करोड़ों की लागत से बने जिला अस्पताल (District hospital) में संचालित संभाग का एकलौता कृत्रिम अंग शोध केंद्र (Prosthesis research center) के हालात बद से बदतर हो गये हैं. दरअसल, उपकरणों के अभाव (Lack of equipment) का भी जुगाड़ लोगों को खुद करना पड़ रहा है. वहीं, जब ईटीवी भारत की टीम जिला अस्पताल (Hospital) पहुंची तो पाया कि यहां के हालात बद से बदतर हैं. वहीं, ईटीवी से मुखातिब डॉ. अनिरुद्ध (Dr. Anirudh) ने अपनी व्यथा सुनाई.
दंतेवाड़ा में शत-प्रतिशत वैक्सीनेशन पर हुआ सम्मान
कृत्रिम अंग शोध केंद्र दंतेवाड़ा में संचालित किया जा रहा
कृत्रिम अंग विशेषज्ञ डॉ अनिरुद्ध (Prosthetic Limb Specialist Dr Anirudh) ने बताया कि पूरे संभाग में एक ही कृत्रिम अंग शोध केंद्र दंतेवाड़ा (Artificial Limb Research Center Dantewada) में संचालित किया जा रहा है, लेकिन उपकरणों के अभाव से हम लोगों को इतनी सुविधा नहीं दे पा रहे हैं, जितनी देनी चाहिए. जिसके लिए सीएमओ एवं सिविल सर्जन (CMO & Civil Surgeon) को हमने कई बार पत्र लिखा है. हालांकि अब तक पत्र पर संज्ञान नहीं लिया गया. जिसके कारण 5 वर्षों से इसी हालात में हॉस्पिटल को चलाया जा रहा है. हमारे पास दूर-दराज से भी कृत्रिम अंग लगाने मरीज आते हैं. लेकिन उपकरणों के अभाव के कारण कई बार उन्हें मायूस होकर वापस लौटना पड़ता है.