दंतेवाड़ा:बढ़ते कोरोना संक्रमण के दौरान बैंक से वित्तीय लेनदेन में परेशानी हो रही है. ऐसे में बैंक सखी दीदी ग्रामीण क्षेत्रों में बैंकिंग सुविधाएं उपलब्ध करा रही हैं. समय पर पेंशन, मनरेगा मजदूरी, किसान सम्मान निधि समेत कई योजनाओं की राशि घर-घर पहुंचाई जा रही है, जिससे लोगों को कोरोना और लॉकडाउन में किसी भी प्रकार के वित्तीय संकट का सामना न करना पड़े. हालांकि बालपेट गांव में पेंशन वालों को आधार लिंक नहीं है, जिसकी वजह से उन्हें परेशानी उठानी पड़ रही है.
डोर-टू-डोर बैंकिंग सेवा
दंतेवाड़ा जिले में 'बैंक संगवारी तुमचो दुवार योजना' के तहत गरीबों, श्रमिकों, वृद्धों और निःशक्तजनों को काफी सुविधा मिलने लगी है. जिले के सभी चारों विकासखंडों में वीएलई, बैंक बीसी, बैंक सखी और लोक सेवा केंद्र के जरिए यह सेवा शुरू की गई है. इससे जुड़े मितान घर-घर जाकर पेंशन और मजदूरी का भुगतान कर रहे हैं.
मोबाइल बैंकिग यूनिट के रूप में सेवा
ग्रामीण क्षेत्रों में गांव-गांव तक बैंकिंग सुविधा पहुंचाने के लिए राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन बिहान योजना अंतर्गत गठित स्व-सहायता समूह की महिलाओं को बैंक सखी, डीजी-पे सखी नियुक्त कर उन्हें इस कार्य के लिए प्रोत्साहित किया गया है. बैंक सखी बॉयोमेट्रिक डिवाइस, एंड्राइड फोन के साथ गांव-गांव जाकर मोबाइल बैंकिग यूनिट के रूप में अपनी सेवाएं दे रही हैं. बैंक सखी की नियुक्ति से लोगों को छोटी-छोटी राशियों के लेनदेन के लिए बार-बार बैंक जाने की आवश्यकता नहीं पड़ रही है.
कोरोना गाइडलाइन का पालन
योजना के दौरान कोरोना सुरक्षा मानकों का भी पूरा ध्यान रखा जा रहा है. मास्क और सोशल डिस्टेंस का पालन किया जा रहा है. हितग्राहियों का पहले हाथ धुलाकर, मशीन को सैनिटाइज कर फिर प्रयोग में लाया जा रहा है.