बीजापुर : बीजापुर के भोले-भाले गरीब ग्रामीणों की कमाई को चिटफंड कंपनियों ने लूट लिया है. निवेशक आज भी अपनी राशि के लिए कोर्ट के चक्कर लगा रहे हैं. लेकिन इसे जिले का दुर्भाग्य ही कहेंगे कि, बीजापुर जिला उपभोक्ता आयोग में आज तक अध्यक्ष और सदस्यों की नियुक्ति नहीं हुई है. जिसका सीधा असर चिटफंड कंपनियों के लूट का शिकार हुए लोगों पर पड़ रहा है. पीड़ित कंज्यूमर कमीशन में जा रहे हैं लेकिन यहां अध्यक्ष पद की नियुक्ति नहीं हुई है. जिससे, ये लोग केस दर्ज नहीं करा पा रहे हैं.
चिटफंड कंपनियों के शिकार उपभोक्ताओं की मुसीबत : जिले में चिटफंड कंपनियों की ठगी से पीड़ित निवेशकों को अब समझ में नहीं आ रहा कि क्या किया जाए. जिला उपभोक्ता आयोग में अध्यक्ष और सदस्य नहीं होने की वजह से उपभोक्ता, न्यायालय का सहारा भी नहीं ले पा रहा है. वहीं पीड़ित गरीब निवेशक जिला उपभोक्ता आयोग दंतेवाड़ा में केस दायर करने में आर्थिक रूप से सक्षम नहीं है. आमजनों और पीड़ित निवेशकों ने मीडिया के माध्यम से मुख्यमंत्री, सांसद और विधायक का ध्यान इस ओर आकर्षित किया है. निवेशकों ने जिला उपभोक्ता आयोग बीजापुर में अध्यक्ष और सदस्यगणों की नियुक्ति करवाए जाने की मांग की है.