दंतेवाड़ा: धुरली ग्राम पंचायत की सरपंच सुकमति कुंजाम की मदद से सिकलिन से पीड़ित युवक सतीश को 10 हजार रुपए की आर्थिक मदद मिली है. कलेक्टर दीपक सोनी की मदद से दंतेश्वरी संजीवनी कोष से मदद दी गई है. सरपंच सुकमति कुंजाम ने युवक को सहायता राशि का चेक सौंपा.
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गांव में घूम-घूमकर कोरोना के प्रति कर रहीं जागरूक
सरपंच सुकमति कुंजाम कोरोना महामारी के समय अपनी पंचायत में घूम-घूम कर कोरोना के प्रति ग्रामीणों को जागरूक कर रही हैं. इसके लिए अभियान भी चला रही हैं. जिससे गांव में किसी प्रकार की कोई समस्या नहीं हो सके. कोरोना संक्रमण को देखते हुए अपनी पंचायत से 45 साल से अधिक आयु वालों को जिला अस्पताल ले जाकर टीका भी लगवाया है. अभी पंचायतों में 18 साल से अधिक वालों को टीकाकरण के लिए वैक्सीनेशन केंद्र पहुंचा रही हैं.
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सिकल सेल मरीजों की पहचान के लिए पायलट प्रोजेक्ट
एक अनुमान के मुताबिक छत्तीसगढ़ की कुल जनसंख्या का 10 फीसदी सिकल सेल से पीड़ित हैं. सिकल सेल मरीजों की पहचान के लिए पायलट प्रोजेक्ट की शुरुआत स्वास्थ्य मंत्री टी.एस सिंहदेव ने 8 जनवरी 2021 को किया था. प्रोजेक्ट के तहत सिकलसेल की पहचान अब जमीनी स्तर पर स्वास्थ्य कार्यकर्ता गांव-गांव जाकर कर रहे हैं. इससे ग्रामीणों को अब दूर के अस्पताल में जाकर जांच नहीं करानी पड़ रही है. प्रदेश के पांच जिलों दुर्ग,सरगुजा , दंतेवाड़ा, कोरबा एवं महासमुंद जिलों में प्रोजेक्ट की शुरुआत हुई थी. इस जांच के लिए किया जाने वाला पांइट आफ टेस्ट तकनीक अंतर्राष्टीय एवं राष्टीय वैज्ञानिक संस्थाओं द्वारा प्रमाणित है. इस नई तकनीक का उपयोग कर सिकलसेल रोग की पुष्टि ग्राम स्तर पर और प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्रों में भी की जा सकेगी.