बिलासपुर : हत्या का खुलासा करते हुए एडिशनल एसपी ग्रामीण राहुल देव शर्मा ने बताया कि "आरोपी दोनों युवक अवैध कबाड़ी का धंधा करते हैं. 12 फरवरी को बिलासपुर में अवैध कबाड़ियों के खिलाफ कार्रवाई चल रही थी तो दोनों पकड़े जाने के डर से मस्तूरी पहुंच कर छिपे थे. अनीश सिंंह काफी दिनों से दोनों को धमकी देता था कि उन दोनों को झूठे केस में जेल भिजवा कर उनके घर पर कब्जा कर लेगा. उसकी धमकी से दोनों परेशान थे. 12 फरवरी को अनीश ने जब फोन कर उन्हे बिलासपुर आने का दबाव बनाया तो दोनों को लगा कि वह उन्हें पकड़ावा देगा और फिर उनके घर कब्जा कर लेगा. इसलिए दोनों ने मिलकर अनीश सिंह को हमेशा के लिए रास्ते से हटाने प्लान बनाया."
चाकू गोदकर मार डाला, पहचान मिटाने पत्थर से कूच दिया सिर: शर्मा ने आगे बताया "अपराधिक षड्यंत्र कर दोनों ने अनीश को अकेले बिलासपुर से मस्तूरी बुलवाया. सुनसान जगह पर चाकू से ताबड़तोड़ वार कर मार डाला. उसकी डेथ सिनिश्चित करने और पहचान मिटाने के लिए सिर को पत्थर से कुचल डाला. इसके बाद मृतक का मोबाइल भी तोड़ दिया और साक्ष्य छुपाने के लिए घटना में उपयोग चाकू और तोड़े गए मोबाइल को घटनास्थल से करीब 7 किलोमीटर दूर हाईवे किनारे दर्रीघाट की झाड़ी में फेंक दिया. वहीं मृतक की बाइक को बिलासपुर रेलवे स्टेशन बुधवारी बाजार के पीछे गली में लाकर छोड़ दिया." फिलहाल दोनों आरोपियों को कोर्ट में पेश कर न्यायिक रिमांड में जेल दाखिल कराया गया है."