बिलासपुर :पिछले कुछ महीनों से बिलासपुर की लॉ एंड आर्डर की बिगड़ती सूरत और पुलिस की कार्यप्रणाली को लेकर अब आम जनता के साथ ही राजनीतिक पार्टियां भी खुलकर बोलने लगी (law and order situation in bilaspur) हैं. आम जनता लगातार हो रहे चाकूबाजी, हत्या, चोरी, मारपीट और सड़कों पर उत्पात मचाने वालों से परेशान है.इस मामले में आम जनता का कहना है कि '' पिछले साल हुए ट्रांसफर और पुलिस कप्तान को अचानक हटाए जाने के बाद नए अधिकारी और कर्मचारी नही संभाल पा रहे बिलासपुर की कानून व्यवस्था. प्रदेश के दूसरे नंबर के जिले के रूप में जाने जानेवाले न्यायधानी बिलासपुर में लॉ एंड ऑर्डर की व्यवस्था चरमरा गई है.''
क्या है कांग्रेस का कहना :आम जनता के साथ ही अब रूलिंग पार्टी के नेताओ को भी बिलासपुर की कानून व्यवस्था की चिंता होने लगी है. जिला कांग्रेस कमेटी के सदस्य महेश दुबे ने इस मामले में कहा है कि '' मेरा मानना है कि कानून व्यवस्था तेजी से बिगड़ी है और कानून व्यवस्था पर सुधार की आवश्यकता है. सरकार की छवि को खराब भी कर रहा है. अधिकारी पुलिस विभाग के छुटभैये नेता अधिकारियों के जन्मदिन पर केक खिला रहे हैं. यही अवसरवादी छुटभैय्ये बाद में शासन प्रशासन की दलाली कर हमारी सरकार को बदनाम करते है. वातावरण ऐसे लोगो से प्रदूषित हो रहा है. सबसे बड़ा कारण नशा है. दूसरा मुखबिर तंत्र कमजोर पड़ गया है. आज पुलिस को घटना के बाद सीसीटीवी फुटेज खंगालने पड़ते है. 20 साल पहले बिना सीसीटीवी के फुटेज के अपराधी पकड़े जाते थे क्योकि उनका मुखबिर तंत्र मजबूत था. अभी वर्तमान में दलाल जैसे लोग जहां रहेंगे कानून व्यवस्था की ऐसी ही स्थिति रहेगी.''
पुलिस की सुस्ती से बिगड़ी कानून व्यवस्था :बिलासपुर के शुभम विहार में रहने वाले विशाल सिंह ने कानून व्यवस्था की बिगड़ती स्थिति को लेकर पुलिस को ही जिम्मेदार बताया है. विशाल सिंह ने कहा कि '' अभी जो स्थिति निर्मित हुई है वो खुद पुलिस की वजह से हुई है. पुलिस की नाइट पेट्रोलिंग में कमी आई है. चौक चौराहों में पुलिस की तैनाती होनी चाहिए जो देर रात तक घूमने वालो की चेकिंग करे. रात में ड्यूटी करने वाले ज्यादातर पुलिसकर्मी शराब पीकर ड्यूटी करते है. पुलिस कप्तान को ड्यूटी में तैनात पुलिस कर्मियों की जांच करानी चाहिए जो ड्यूटी पर है वो सही है या नही. वे ड्यूटी वाले पॉइंट पर है भी या नही. विशाल सिंह ने कहा कि पहले के मुकाबले मुखबिर तंत्र काफी कमजोर हुआ है.''
नाबालिग अपराध के कानून में गैर जमानती धारा लगनी चाहिए :राजेन्द्र नगर थाना सिविल लाइन क्षेत्र में रहने वाले धर्मेश शर्मा ने कहा कि इस समय नाबालिग अपराध की दुनिया मे तेजी से आ रहे है. नाबालिगों को अपने द्वारा करने वाले अपराध पर होने वाले सजा के विषय मे जानते तक नही है. उन्हें लगता है कि अपराध के बाद जल्दी ही जमानत मिल जाती है और वो इस तरह के मामलों में देखते भी है कि नाबालिग अपराध कर जल्द ही जमानत पर बाहर आकर घूमने लगते है. उनको देखकर वे भी अपराध करने में पीछे नही रहते है और यही कारण है कि लगातार अपराध की दुनिया मे वे कदम रख रहे है.''