कचरे में मिली काम आने वाली दवाईयां बिलासपुर : रतनपुर नगर पालिका क्षेत्र के शासकीय मणिकंचन स्वास्थ्य केंद्र के कचरा भंडार में लोगों ने बड़ी मात्रा में दवाइयों का ढेर देखा. बड़ी बात ये है कि, कचरे में जो दवाइयां हैं वो एक्सपायरी नहीं हुई है. बिना एक्सपायर हुए ही उपयोगी दवाइयों को कचरे में फेंका गया है. सभी दवाईयां अलग-अलग बीमारियों में उपयोग की जाती हैं. स्वास्थ्य से जुड़े कर्मचारियों को दवाई वितरण के लिए दी जाती है.
कचरे में मिली स्वास्थ्य विभाग की दवाइयां
किनको दी गईं थी दवाइयां :शासन से ये दवाइयां मितानिन, सुपरवाइजर और स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं को देती है.ताकि ग्रामीण इलाकों में उन्हें वितरित किया जा सके. कचरे में दवाइयों के मिलने के बाद स्वास्थ्य विभाग की कार्यप्रणाली पर सवाल खड़े हो रहे हैं. विभाग में हड़कंप मचा हुआ है. सूचना पर स्वास्थ्य विभाग ने दवाइयों को जब्त कर जांच शुरू कर दी है. जांच के बाद अधिकारी कार्रवाई की बात कह रहे हैं.
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15 बच्चे हुए थे बीमार :मंगलवार के दिन रतनपुर में ही 15 स्कूली बच्चे आयरन की दवा खाने से बच्चों को पेट और सिरदर्द के साथ चक्कर आने की शिकायत आई थी. बच्चों को इलाज के लिए रतनपुर स्वास्थ्य केंद्र में भर्ती कराया गया है. जहां बच्चों की स्थिति स्थिर बताई गई. सभी बच्चे प्राथमिक शाला सिलदहा के थे. स्वास्थ्य कार्यक्रम के तहत सिलदहा प्राथमिक शाला के पहली से पांचवी तक के 75 बच्चों को आयरन और फोलिक एसिड की दवा दी जा रही थी. इसी दौरान दवा खाने के बाद अचानक बच्चों की तबीयत बिगड़ने लगी और 15 बच्चे बीमार हो गए. सभी 15 बच्चों को रतनपुर स्वास्थ्य केंद्र में भर्ती कराया गया. जहां डॉक्टरों की निगरानी में उनका इलाज किया गया. अभी सभी बच्चों की हालत स्थिर है.