बिलासपुर: कानन पेंडारी जूलॉजिकल गार्डन में बाघ के नर शावक की 1 फरवरी को मौत हो गई. 30 जनवरी को बंगाल टाइगर केज के जू-कीपर ने सूचना दी थी कि रंभा बागिन के नर शावक (मितान) ने पतला दस्त किया है और वह सुस्त दिख रहा है. जिसके बाद बुधवार को शावक की मौत हो गई. शार्ट पीएम में लिवर और इंटेस्टाइन में सूजन के अनुसार शावक का फेलाईन पेन ल्युकोपेनिया से ग्रसित होने की संभावना जताई गई है. इसे ही मौत होने की बात कही जा रही है.
Tiger Cub died in Bilaspur: कानन जू के बाघ शावक मितान की मौत, 30 जनवरी से खराब थी तबीयत
बिलासपुर के कानन पेंडारी जूलॉजिकल गार्डन में बाघ के नर शावक की मौत हो गई. 30 जनवरी को जू-कीपर ने शावक के तबीयत खराब होने की जानकारी दी थी. शार्ट पोस्टमार्टम में लिवर और आंत में इंफेक्शन की बात सामने आई है, जिसकी वजह से मौत होने की आशंका व्यक्त की गई है. Liver and intestinal infections
9 महीना पहले रंभा ने 4 शावक को दिया था जन्म:बिलासपुर संभाग के एक मात्र जू कानन पेंडारी जूलॉजिकल पार्क में 9 महीना पहले फीमेल टाइगर रंभा ने चार शावकों को जन्म दिया था. इनमें 3 मेल और एक फिमेल है. अब इन शावकों की उम्र लगभग 9 माह हो गई है और अब ये बाड़े में चहलकदमी करते दिखने लगे हैं. 30 जनवरी को इन शावकों में नर शावक मितान की तबीयत खराब हो गई और उसे पतली दस्त होने की वजह से उसे अन्य शावकों से अलग कर रखा गया था और उसका इलाज कानन के डॉक्टरों द्वारा किया जा रहा था. इसी बीच बुधवार को उसकी मौत हो गई.
मादा शावकों का टेंप्रेचर ज्यादा, चल रहा इलाज:शावक कीमौत के बाद किए गए पोस्टमार्टम में उसके पेट मे सूजन पाया गया है. नर शावक के फेफड़े, लिवर और आंत में पाये गए लीजन के अनुसार शावक के फेलाईन पेन ल्युकोपेनिया से ग्रसित होने की संभावना जताई गई है. अन्य 2 मादा शावकों को सुरक्षा की दृष्टि से बाघिन मां (रंभा) से अलग कर रेस्क्यू सेंटर में रखा गया है. दोनों शावकों का शाररीक तापमान लिया गया, तापमान सामान्य तापमान से अधिक पाया गया है. दोनों का उपचार जारी है. रंभा और एक मादा शावक को अलग कर दिया गया है.