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SPECIAL: कोरोना ने सेहत के प्रति लोगों को किया जागरूक, सड़क पर दिखने लगी 'शो पीस' बन चुकी साइकिल

कोरोना संक्रमण से नुकसान तो बहुत हुआ, लेकिन इन सबके बीच अच्छी चीज ये रही कि लोग अपनी सेहत के प्रति जागरूक हुए हैं. कोरोना काल के दौरान लोगों में कसरत और साइकिलिंग को लेकर क्रेज काफी बढ़ा है.

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कोरोना संक्रमण

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Published : Nov 24, 2020, 10:06 PM IST

Updated : Nov 25, 2020, 3:06 PM IST

बिलासपुर: कोरोना काल के इस सफर में हमारे जीवनशैली में कुछ बुरे तो कुछ अच्छे बदलाव भी हुए. लोगों में फिटनेस की भूख कुछ इस कदर जगी कि लोगों में जिम, योग और खासतौर पर साइकिलिंग का काफी क्रेज बढ़ गया. जो साइकिल आउट ऑफ फैशन हो चली थी अब वह फिर से लोगों के जीवन में उतर चुकी है.

सड़क पर दिखने लगी 'शो पीस' बन चुकी साइकिल

कोरोना काल ने लोगों की जीवनशैली को बदलकर रख दिया है. लोग अब अपनी सेहत को लेकर जागरूक हो गए हैं. ताकि बीमारियां उनसे कोसों दूर रहे. बिलासपुर की ही बात करें तो यहां सड़कों पर सुबह-सुबह साइकिल चलाने वालों की इस कदर भीड़ पहले कभी नहीं दिखती थी, लेकिन अब क्या बच्चे, क्या नौजवान और क्या बुजुर्ग, सबको साइकिल चलाते हुए देखा जा सकता है. नए दौर में स्टाइलिश साइकिल का चलन जरूर बढ़ा है. लोग बड़े शौक से साइकिलिंग का मजा उठाते नजर आ रहे हैं.

गार्डन में कसरत

साइकिलिंग से बनाएं तंदुरुस्ती

जानकारों की मानें तो सुबह यदि साइकिलिंग की जाए तो इंसान दिनभर तंदुरुस्त रहता है. सुबह के वातावरण में ऑक्सीजन की मात्रा भी ज्यादा रहती है. जो हमारे शरीर को फायदा पहुंचाता है. साइकिलिंग से शरीर के ज्यादातर हिस्सों में बेहतर तरीके से खून का संचार होता है. जिससे दिनभर की ताजगी बनी रहती है.

साइकिलिंग करने के फायदे:

  • साइकिलिंग से दिल से जुड़ी बीमारियों का खतरा भी कम हो जाता है.
  • मांशपेशियां मजबूत होती है.
  • शरीर में रोग प्रतिरोधक क्षमता भी बढ़ जाती है.
    सुबह-सुबह कसरत

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बच्चों से लेकर बड़े भी हुए जागरूक

साइकिल चलाने में बच्चे भी कम नहीं हैं. स्कूली बच्चों ने बताया कि सुबह साइकिल चलाने से वो स्ट्रेसफ्री हो जाते हैं. जिसका फायदा उन्हें दिनभर मिलता है. दूसरी ओर कोरोना काल ने योगा-कसरत और जिम के प्रति भी लोगों को जागरूक किया है. जिम जानेवाले और डेली कसरत करनेवाले लोगों का कहना है कि ऐसा करने के बाद उन्हें काफी तंदरूस्ती मिलती है. उनके शरीर में बीमारियों से लड़ने की क्षमता भी विकसित होती है. शहर में सुबह-सुबह खुले मैदानों और पार्कों में योगाभ्यास करते लोगों को देखा जा सकता है.

साइकलिंग करते लोग

योग भी बेहद फायदेमंद

विशेषज्ञ की मानें तो योग हमें हमारे शरीर से जोड़ता है. योग करने के बाद इंसान का मानसिक संतुलन और विकसित होता है. जिससे जीवन का तनाव खत्म होता है. स्ट्रेस के कारण बीमारियों का डर बना रहता है. योग करने से शरीर की क्षमता विकसित होती है. अबतक के कोरोना काल के नफा-नुकसान पर पूरी दुनिया में बहस छिड़ी हुई है. यह पूरा साल कोरोना से शुरू और कोरोना पर खत्म होता नजर आ रहा है. बहरहाल कोरोना के कारण ही सही, लेकिन हेल्थ अवेयरनेस का बढ़ना एक अच्छा संकेत है. जरूरत है कि हम भी योगा-कसरत और साइकलिंग जैसी अच्छी आदतों को अपनाकर अपने जीवन को स्ट्रेसफ्री करें और रोगों से लड़ने की ताकत बढ़ाएं.

Last Updated : Nov 25, 2020, 3:06 PM IST

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