बिलासपुर: उज्ज्वला गृह में युवतियों और महिलाओं को प्रताड़ित कर कमरे में बंद करने और मारपीट करने के मामले में पीड़िताओं का कोर्ट में आज बयान दर्ज किया जा चुका है. मंगलवार को ही पुलिस ने प्रताड़ित करने वाली महिला कर्मचारी के खिलाफ जुर्म दर्ज कर लिया था. वहीं केंद्र संचालक की शिकायत पर भी एक महिला के परिजन के खिलाफ मामला दर्ज किया गया था.
पीड़िताओं का कोर्ट में दर्ज हुआ बयान उज्ज्वला गृह की युवतियों ने संचालक जितेंद्र मौर्य और महिला कर्मचारियों पर गंभीर आरोप लगाए हैं. इस बीच तीन युवतियों में से एक युवती के गायब होने की सूचना से पूरा पुलिस महकमा सकते में आ गया है. युवती के परिजन भी युवती के अचानक घर से गायब होने के संदर्भ में कुछ भी जानकारी नहीं दे पा रहे हैं.
बिलासपुर : महिला पुनर्वास केंद्र में युवतियों ने प्रताड़ना का लगाया आरोप
आईजी से लगाई मदद की गुहार
इससे पहले सरकंडा थाने में शिकायत दर्ज होने के बाद महिलाओं और युवतियों ने आईजी से मदद की गुहार लगाई थी. युवतियों ने उज्ज्वला गृह में शारीरिक और मानसिक शोषण के अलावा पैसों की मांग के भी आरोप लगाए हैं. युवतियां खुद को कैद करने के भी आरोप लगा चुकी हैं. एक युवती ने आरोप लगाया था कि जब उसकी मां उससे मिलने आई थी, तब केंद्र की महिलाकर्मी ने उसकी मां से मिलने नहीं दिया था. उसने भी आरोप लगाया कि वहां रहने वाले अन्य महिलाओं को परिजन से मिलने नहीं दिया जाता और मारपीट कर कमरे में बंद कर प्रताड़ित किया जाता है.
उज्ज्वला गृह को किया गया सील
प्रताड़ित महिलाओं और युवतियों के गंभीर आरोप के बाद जिला विधिक प्राधिकरण ने युवतियों को विधिक सहायता पहुंचाने को लेकर एसपी से प्रतिवेदन की मांग की है. पुलिस का कहना है कि पीड़िताओं के पुलिस के बीच और मीडिया के समक्ष दिए गए बयानों में काफी अंतर है. फिलहाल, पीड़िताओं को कोर्ट में 164 के तहत बयान दर्ज कराने का आदेश जारी किया गया है. जांच की प्रक्रिया पूरी होने तक महिला एवं बाल विकास विभाग ने उज्ज्वला गृह को फिलहाल सील कर दिया है.