छत्तीसगढ़

chhattisgarh

ETV Bharat / state

बिलासपुर स्मार्ट सिटी: 147 करोड़ की लागत से स्मार्ट ट्रैफिक कंट्रोल योजना पर काम शुरू, सड़कों पर अपराध नियंत्रण करने में मिलेगी मदद

बिलासपुर सिटी स्मार्ट ट्रैफिक कंट्रोल होगा. सड़क पर अपराध को कंट्रोल करने के लिए सीसीटीवी कैमरे लगाएं जाएंगे. शहर के चौक चौराहों के अलावा सड़कों पर 90 करोड़ की लागत से 473 कैमरे लगाए जाएंगे. कैमरे के लगने से सड़कों पर अपराध को रोकने में मदद मिलेगी.

bilaspur smart city
बिलासपुर स्मार्ट सिटी

By

Published : Mar 23, 2022, 9:35 AM IST

बिलासपुर:बिलासपुर शहर की सुरक्षा और अपराध रोकने के लिए स्मार्ट सिटी लिमिटेड 147 करोड़ की लागत से चौक-चौराहों और सड़कों पर कैमरा लगाने जा रहा है. इस योजना से जहां ट्रैफिक कंट्रोल करने में मदद मिलेगी तो वही सड़कों पर अपराध घटित करने वालो की जल्द पहचान हो सकेगी. अत्याधुनिक कैमरों की मदद से ऑनलाइन ट्रैफिक कंट्रोल किया जाएगा, ताकि वाहन चालकों को बेवजह सड़कों पर जाम में फंसा नहीं रहना पड़ेगा.

यह भी पढ़ें:रंग पंचमी के दिन: कलेश्वर नाथ बाबा के मंदिर से निकली शिवजी की बारात, नागा साधु हुए शामिल

सड़कों पर 90 करोड़ की लागत से लगेंगे 473 कैमरे
बिलासपुर नगर निगम को स्मार्ट सिटी का दर्जा प्राप्त है. स्मार्ट सिटी के तहत शहर में कई स्मार्ट कार्य भी कराए जा रहे हैं. स्मार्ट गार्डन, स्मार्ट सड़क, स्मार्ट वाई-फाई के अलावा शहर का सौंदर्यीकरण भी किया जा रहा है. बिलासपुर स्मार्ट ट्रैफिक बनाने के लिए 147 करोड़ की लागत से स्मार्ट ट्रैफिक कंट्रोल योजना पर काम शुरू कर दी है. इस योजना के तहत स्मार्ट सिटी लिमिटेड ने तारबहार थाना में 13 करोड़ रुपए की लागत से 3 मंजिला बिल्डिंग में इंटीग्रेटेड सिस्टम तैयार कर ऑनलाइन स्मार्ट ट्रैफिक कंट्रोल करेगी. इसके तहत शहर के चौक चौराहों के अलावा सड़कों पर 90 करोड़ की लागत से 473 कैमरे लगाए जाएंगे.

147 करोड़ की लागत से स्मार्ट ट्रैफिक कंट्रोल योजना पर काम शुरू

ये कैमरे यातायात को सुगम बनाने में सहयोग करेगा. जिन चौक-चौराहों पर अत्यधिक ट्रैफिक जाम होता है, वहां तत्काल सिग्नल अपडाउन कर जाम की स्थिति को निर्मित नहीं होने देगी. इसके अलावा सिग्नल तोड़ कर जाने वालों के नंबर ट्रेस करने के लिए अत्याधुनिक कैमरे लगाए जाएंगे. ये कैमरे नंबर ट्रेस करेगी और इसके बाद ट्रैफिक कंट्रोल में बैठे कंट्रोलर के माध्यम से सिग्नल तोड़ने वाले के मोबाइल पर ई-चालान भेजा जाएगा. यातायात को सुगम बनाने यह व्यवस्था स्मार्ट सिटी लिमिटेड के द्वारा की जा रही है.

यह भी पढ़ें:नीतिगत फैसलों औैर बेहतर प्रबंधन ने घटाई राज्य की बेरोजगारी दर: सीएम भूपेश बघेल


अपराध नियंत्रण में होगा कारगर
सड़कों पर चैन स्नैचिंग, मारपीट, सड़क दुर्घटना और कई अपराध घटित होते हैं, लेकिन पुलिस को अपराधियों की पहचान के लिए काफी मशक्कत करना पड़ता है. मामले को सुलझाने में पुलिस को लंबा समय भी लगता है. स्मार्ट ट्रैफिक योजना के तहत लगे कैमरों की मदद से पुलिस को सड़कों पर घटित अपराध को रोका जाएगा. साथ ही अपराधियों की पहचान की बेहतर सुविधा मिल सकेगी. कैमरों की मदद से अपराधियों की पहचान तत्काल हो जाएगी, इसके साथ ही दुर्घटना होने पर ट्रैफिक कंट्रोल यूनिट के माध्यम से घायल को तत्काल अस्पताल पहुंचाने संबंधित विभाग को सूचित भी किया जा सकेगा.


योजना की खास बातें
स्मार्ट सिटी बिलासपुर के कैमरे से ट्रैफिक कंट्रोल के प्रस्ताव में स्मार्ट सिटी रायपुर, नया रायपुर की तुलना में अत्याधुनिक कैमरे का समावेश किया गया है. योजना के अंतर्गत 47 सड़क और चौराहों पर 90 करोड़ रुपए की लागत से 473 कैमरे लगाए जाएंगे. पूरी योजना के 5 वर्षों तक संचालन पर 57 करोड़ रुपए खर्च होंगे. कैमरे लगाने व शुरू कराने के लिए 12 महीने का समय दिया जाएगा. मोटे तौर पर कैमरे के जरिए ट्रैफिक कंट्रोल के साथ ट्रैफिक नियमों का उल्लंघन करने के मामले में ई-चालान मोबाइल पर भेजने की व्यवस्था लागू होगी. इसके अतिरिक्त पुलिस अपराधिक गतिविधियों पर नियंत्रण के लिए सीसीटीवी कैमरों के फुटेज का इस्तेमाल करेगी. आईटीएमएस के संचालन के लिए तारबाहर थाने के बाजू में 13 करोड़ की लागत से 3 मंजिला बिल्डिंग का निर्माण कराया जा रहा है.

ABOUT THE AUTHOR

...view details