गौरेला पेंड्रा मरवाही :लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग को 327 करोड़ 91 लाख रुपए की लागत से 222 गांवों में 74 हजार 838 घरेलू नल कनेक्शन देना है. गौरेला के दूरस्थ ग्राम आदिवासी पंचायत टीडी के लोग आज भी साफ पानी के मोहताज हैं. टीडी गांव के लोग आज भी पानी के दूसरे स्त्रोतों पर निर्भर हैं.
टीडी गांव में नल जल योजना के तहत भ्रष्टाचार :टीडी गांव में यदि नल जल योजना की बात की जाए तो कागजों में ठेकेदार ने ओवरहेड टंकी की बजाए नीचे पानी की टंकी लगाकर काम पूरा होना बता दिया. लेकिन हकीकत में आज भी ग्रामीणों के घरों में पानी नहीं पहुंचा है. पाइप लाइन को जमीन के तीन फीट अंदर से ले जाना है. लेकिन पाइप कई जगह से टूट चुकी है. क्योंकि इसे सही तरीके से अंडरग्राउंड नहीं किया गया था, जिसका नतीजा ये हुआ कि पानी गांवों तक पहुंचता ही नहीं.
करंगरा गांव की तस्वीर :विशेष जनजाति बैगा बाहुल्य करंगरा गांव के बैगा लोगों से ठेकेदार और विभाग को कोई मतलब नहीं है. नल जल जीवन मिशन के तहत लगाए गए नल कनेक्शन में पानी नहीं आता. जिस हैंडपंप से ग्रामीण निस्तारी का पानी लेते थे, ठेकेदार ने मोटर लगवाकर अपना काम पूरा दिखा दिया. नल के कनेक्शन जो घरों के सामने लगाए गए हैं, वो सिर्फ दिखावा हैं. क्योंकि जिसे पानी चाहिए उसे टंकी के नीचे आना होता है, जहां मोटर की मदद से पानी मिलता है.