बिलासपुर: केंद्र सरकार की उज्ज्वला गृह योजना के तहत बच्चों और महिलाओं के मानव तस्करी और व्यावसायिक यौन शोषण से बचाव, पुनर्वास और उन्हें समाज में पुनः जोड़ने का काम किया जाता है. लेकिन बिलासपुर के सरकंडा थाना क्षेत्र के राजकिशोर नगर में स्थित उज्ज्वला गृह से भागी 3 महिलाओं ने संचालक जीतेंद्र मौर्य पर ही गंदी हरकत करने का गंभीर आरोप लगाया है. पीड़िताओं ने उज्ज्वला केंद्र के खिलाफ अपनी बातें सार्वजनिक भी की हैं. पीड़िताओं का कहना है कि उन्हें परिवार से मिलने नहीं दिया जा रहा था. कपड़े उतारकर पिटाई की धमकी दी गई. सेंटर से कहीं बाहर भेजने की भी तैयारी थी. पीड़िताओं ने पुलिस पर भी गंभीर आरोप लगाए हैं. उनका कहना है कि पुलिस ने भी उनकी बात नहीं सुनी.
एक पीड़िता के पति ने भी बताया कि उसे केंद्र में रह रही पत्नी से जानकारी मिली कि रविवार को सेंटर से 3 लड़कियों को बाहर भेजा जाएगा. केंद्र में खाने में नशीली चीज भी मिलाई जाती है. हैरान-परेशान पीड़िता ने पति से गुहार लगाई कि उसे केंद्र से बाहर निकाले. पति आनन-फानन में केंद्र पहुंचा. लेकिन पत्नी को उसके साथ नहीं भेजा गया.
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पुलिस ने भी नहीं दिया साथ
पीड़िता के पति का यह भी आरोप है कि आनाकानी के बाद उसने सरकंडा थाने में शिकायत की, लेकिन थाने में सहयोग मिलने के बजाय उसे और ज्यादा परेशान किया गया. किसी तरह वो दबाव बनाकर 3 युवतियों को छुड़वाने में कामयाब रहा लेकिन केंद्र में बंद बाकी युवतियां भी गिड़गिड़ाती नजर आईं.
पीड़िता के पति का यह भी आरोप है कि इस पूरे मामले में सरकंडा पुलिस मिली हुई है और वो जीतेंद्र मौर्य के इशारे पर काम कर रही है.
अधिकारियों ने कही कार्रवाई की बात
जिला परियोजना अधिकारी सुरेश सिंह ने जल्द इस मामले में जांच के बाद कार्रवाई की बात कही है. उनका कहना है कि यह ग्रांट प्राप्त संस्था 2013 से संचालित हो रही है. अबतक कोई कंप्लेन नहीं आई थी.