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बिलासपुर ब्रेल प्रेस बना जरिया... मैथ-साइंस ही नहीं, रामायण-महाभारत भी पढ़ सकेंगे दृष्टिबाधित दिव्यांग - ब्रेल लिपि में गीता

हाल ही में बिलासपुर के ब्रेल प्रेस (Bilaspur Government Braille Press) ने देशभर के 27 ब्रेल प्रेस को पीछे छोड़ते हुए बेस्ट ब्रेल प्रेस (Best Braille Press Award) का अवार्ड अपने नाम किया है. ऐसा इस प्रेस ने बीते 3 सालों में 70 लाख की कमाई कर किया था. अभी तक तो यहां पहली से लेकर 12वीं तक की पुस्तकें ही छपती थीं, लेकिन अब धार्मिक पुस्तकें और ग्रंथ भी छप रही हैं. इससे दृष्टिबाधित दिव्यांगों को समाज में समानता का एहसास होगा.

Government Braille Press of Bilaspur
बिलासपुर का शासकीय ब्रेल प्रेस

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Published : Dec 11, 2021, 5:32 PM IST

Updated : Dec 11, 2021, 8:14 PM IST

बिलासपुर :समाज में दृष्टिबाधितों को नई पहचान दिलाने में बिलासपुर शासकीय ब्रेल प्रेस (Bilaspur Government Braille Press) महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है. बिलासपुर का ब्रेल प्रेस इन दिनों काफी चर्चा में है. इसके चर्चा में होने का पहला कारण तो यह है कि इस ब्रेल प्रेस ने देशभर के 27 ब्रेल प्रेल को पीछे छोड़ते हुए बेस्ट ब्रेल प्रेस अवार्ड अपने नाम किया है. इस ब्रेल प्रेस को राष्ट्रपति ने सम्मानित किया है. इसके चर्चा में होने का दूसरा कारण यह है कि अब दृष्टिबाधितों के लिए ब्रेल प्रेस धार्मिक और सामान्य ज्ञान की पुस्तकें भी छापने लगा है. इससे उन्हें अब ज्यादा समानता का अहसास होगा. मन की शांति के साथ-साथ धर्म के प्रति भी उनकी आस्था बढ़ेगी. बिलासपुर ब्रेल प्रेस अब रामचरितमानस, रामायण और श्रीमदभागवत गीता जैसी धार्मिक पुस्तकों के साथ-साथ कहानी और सामान्य ज्ञान की पुस्तकें भी छाप रहा है.

बिलासपुर का शासकीय ब्रेल प्रेस

छत्तीसगढ़ के साथ-साथ पड़ोसी तीन राज्यों के लिए है संजीवनी

बता दें कि बिलासपुर के तिफरा में स्थापित यह ब्रेल प्रेस छत्तीसगढ़ प्रदेश के साथ-साथ उनके पड़ोसी 3 राज्यों के लिए भी संजीवनी का काम करता है. यहां दृष्टिबाधितों के लिए विशेष रूप से किताबें छापी जाती हैं. बिलासपुर के इस शासकीय ब्रेल प्रेस (Bilaspur Government Braille Press) में पहली कक्षा से लेकर कक्षा बारहवीं तक के दृष्टिबाधितों के लिए पुस्तक तैयार की जाती हैं. साथ ही इन्हें धर्म और सामाजिकता से जुड़ने के लिए भी प्रेरित किया जाता है. वैसे तो दृष्टिबाधित समाज में अपनी अलग पहचान बना चुके और सामान्य लोगों के बराबर ही इन्हें शिक्षा के साथ अन्य कार्यों में बराबर की हिस्सेदारी भी मिलने लगी है, लेकिन इसके पीछे उन्हें इस मुकाम तक पहुंचाने में बिलासपुर के शासकीय ब्रेल प्रेस का महत्वपूर्ण योगदान है.

बिलासपुर के ब्रेल प्रेस में धर्मिक पुस्तकों का है संग्रह

शासकीय ब्रेल प्रेस दृष्टि बाधितों के लिए शिक्षा के साथ उन्हें सामान्य ज्ञान और कॉम्पिटीटिव एग्जाम की तैयारी कराने के लिए भी किताबें तैयार कर रहा है. वहीं अब धर्म के प्रति उनकी आस्था बढ़ाने के लिए भी धार्मिक किताबें प्रकाशित कर रहा है. यहां अब तक रामचरितमानस की कई वॉल्यूम में ग्रंथ, महाभारत, भागवत गीता और कई धार्मिक ग्रंथ की किताबें तैयार की जा चुकी हैं. बच्चों के लिए पंचतंत्र की कहानियों के साथ ही कई मनोरंजक कहानियां और तरह-तरह के उपन्यास भी प्रकाशित किये जा चुके हैं.



सामान्य पुस्तक से बनाई जाती है ब्रेल लिपि पुस्तक

बिलासपुर के इस ब्रेल प्रेस में अत्याधुनिक मशीनों के माध्यम से ब्रेल लिपि तकनीक से पुस्तकें तैयार की जाती हैं. यहां ब्रेल लिपि की जानकारी रखने वाले 5 टाइपिस्ट हैं, जो सामान्य पुस्तकों से ब्रेल लिपि तैयार करते हैं. इसके बाद टाइपिंग के बाद इसे कंप्यूटर द्वारा संचालित मशीनों द्वारा छपाई की जाती है. अत्याधुनिक तरीके से यहां छपाई का काम किया जाता है. प्रदेश के दिव्यांग स्कूलों के साथ ही सामान्य स्कूलों के लिए भी यहीं से पुस्तक तैयार कर भेजी जाती हैं. कक्षा पहली से लेकर कक्षा 12वीं तक की पुस्तकें यहां तैयार की जाती हैं. इसके अलावा यहां सामान्य ज्ञान और प्रतियोगी परीक्षाओं के लिए भी पुस्तकें तैयार की जाती हैं.

Last Updated : Dec 11, 2021, 8:14 PM IST

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