बिलासपुर :समाज में दृष्टिबाधितों को नई पहचान दिलाने में बिलासपुर शासकीय ब्रेल प्रेस (Bilaspur Government Braille Press) महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है. बिलासपुर का ब्रेल प्रेस इन दिनों काफी चर्चा में है. इसके चर्चा में होने का पहला कारण तो यह है कि इस ब्रेल प्रेस ने देशभर के 27 ब्रेल प्रेल को पीछे छोड़ते हुए बेस्ट ब्रेल प्रेस अवार्ड अपने नाम किया है. इस ब्रेल प्रेस को राष्ट्रपति ने सम्मानित किया है. इसके चर्चा में होने का दूसरा कारण यह है कि अब दृष्टिबाधितों के लिए ब्रेल प्रेस धार्मिक और सामान्य ज्ञान की पुस्तकें भी छापने लगा है. इससे उन्हें अब ज्यादा समानता का अहसास होगा. मन की शांति के साथ-साथ धर्म के प्रति भी उनकी आस्था बढ़ेगी. बिलासपुर ब्रेल प्रेस अब रामचरितमानस, रामायण और श्रीमदभागवत गीता जैसी धार्मिक पुस्तकों के साथ-साथ कहानी और सामान्य ज्ञान की पुस्तकें भी छाप रहा है.
छत्तीसगढ़ के साथ-साथ पड़ोसी तीन राज्यों के लिए है संजीवनी
बता दें कि बिलासपुर के तिफरा में स्थापित यह ब्रेल प्रेस छत्तीसगढ़ प्रदेश के साथ-साथ उनके पड़ोसी 3 राज्यों के लिए भी संजीवनी का काम करता है. यहां दृष्टिबाधितों के लिए विशेष रूप से किताबें छापी जाती हैं. बिलासपुर के इस शासकीय ब्रेल प्रेस (Bilaspur Government Braille Press) में पहली कक्षा से लेकर कक्षा बारहवीं तक के दृष्टिबाधितों के लिए पुस्तक तैयार की जाती हैं. साथ ही इन्हें धर्म और सामाजिकता से जुड़ने के लिए भी प्रेरित किया जाता है. वैसे तो दृष्टिबाधित समाज में अपनी अलग पहचान बना चुके और सामान्य लोगों के बराबर ही इन्हें शिक्षा के साथ अन्य कार्यों में बराबर की हिस्सेदारी भी मिलने लगी है, लेकिन इसके पीछे उन्हें इस मुकाम तक पहुंचाने में बिलासपुर के शासकीय ब्रेल प्रेस का महत्वपूर्ण योगदान है.