बिलासपुर: टिकरापारा निवासी निशा सिंह की मौत के मामले में अपोलो प्रबंधन की मुश्किलें कम होती नजर नहीं आ रही है. युवती की मौत के बाद शहरभर में अपोलो प्रबंधन का विरोध देखने को मिल रहा है. शहर के प्रतिष्ठित नामी अपोलो अस्पताल में हुई निशा सिंह की मौत का मामला अब गरमाने लगा है. शहर के राजपूत करणी सेना ने लापरवाहों पर कार्रवाई न करने पर मोर्चा खोल दिया है.
राजपूत करणी सेना ने की निशा सिंह मौत केस में आरोपियों पर कार्रवाई की मांग दरअसल, राजपूत करणी सेना ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर अपोलो प्रबंधन को आगाह किया है. करणी सेना ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर सूचना दी है कि 4 दिन के भीतर अगर दोषी डॉक्टर को अस्पताल प्रबंधन ने नौकरी से नहीं निकाला, तो फिर उन्हें मजबूरन उग्र आंदोलन करना पड़ेगा.
राजपूत करणी सेना ने उग्र आंदोलन की दी चेतावनी 10 सितंबर को अस्पताल का घेराव
राजपूत करनी सेना ने अस्पताल का घेराव कर जोरदार विरोध प्रदर्शन करने की बात कही है. उन्होंने स्पष्ट कर दिया है कि 10 सितंबर को उनका यह विरोध प्रदर्शन अस्पताल प्रबंधन के खिलाफ होगा. इस बीच उन्होंने शासन-प्रशासन से मांग की है कि, इस पूरे मामले में गंभीरता से जांच की जाए. साथ ही दोषियों के खिलाफ FIR दर्ज कर कड़ी कार्रवाई की जाए.
युवती की मौत पर गुस्से में बिलासपुर वासी, अपोलो अस्पताल पर लगाए गंभीर आरोप
सर्जरी के बाद निशा की हुई थी मौत
जून महीने में टिकरापारा निवासी विजय सिंह की बेटी निशा सिंह मॉर्निंग वॉक कर रही थी. इसी दौरान उसे अज्ञात वाहन ने टक्कर मार दी थी, जिसके कारण उसे अस्पताल में भर्ती कराया गया था. निशा के पिता विजय सिंह के अनुसार हाथ में चोट के कारण डाक्टरों ने उसका प्रथम उपचार ठीक किया. उसके बाद दोबारा प्लास्टिक सर्जरी करने के लिए कहा और प्लास्टिक सर्जरी की. सर्जरी के बाद लगातार खून बह रहा था. इससे निशा की मौत हो गई, जिसके बाद निशा के पिता ने डाक्टरों पर लापरवाही का आरोप लगाया था.