गौरेला-पेंड्रा-मरवाहीः नवगठित जिला गौरेला-पेंड्रा-मरवाही में स्थाई जिला मुख्यालय की मांग को लेकर लोग सड़कों पर उतर आये हैं. गौरेला के स्थानीय लोग गुरुकल में जिला मुख्यालय बनाने की मांग कर रहे हैं. वहीं मरवाही के लोगों का कहना है कि जिला मुख्यालय मरवाही के बीच में बने. बुधवार को स्थाई जिला मुख्यालय की मांग को मरवाही के लोगों ने सांकेतिक चक्काजाम करते हुए जिला प्रशासन को ज्ञापन सौंपा है.
जिला मुख्यालय की मांग को लेकर चक्काजाम प्रदेश का 28वां जिला गौरेला पेंड्रा मरवाही
10 फरवरी 2020 को प्रदेश के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने गौरेला-पेंड्रा-मरवाही के रूप में छत्तीसगढ़ को 28वें जिले की सौगात दी थी. इसके बाद प्रशासन ने तात्कालिक व्यवस्था करते हुए जिला कलेक्टर कार्यालय और पुलिस अधीक्षक कार्यालय पेंड्रा-गौरेला के बीच गुरुकुल में शुरू कर दिया. तात्कालिक व्यवस्था के बाद अब स्थाई जिला कार्यालय के लिए जमीन की खोज शुरू कर दी गई है. जहां जिला मुख्यालय बनाया जा सके.
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कोदवाही गांव में जिला कार्यालय बनाने की मांग
गौरेलावासियों ने बताया कि मरवाही के कोदवाही गांव में जिला कार्यालय के साथ कलेक्टर और पुलिस कार्यालय खोले जाने की बात सामने आ रही है, जो गौरेला के लोगों अच्छा नहीं लग रहा है. गौरेलावासी कोदवाही गांव में जिला मुख्यालय खोले जाने का विरोध कर रहे हैं. लोग सर्वदलीय मंच के बैनर तले शासन और प्रशासन से जिला कार्यालय भवन गुरुकुल में ही बनाए जाने की मांग कर रहे हैं.
मरवाहीवासियों ने किया सांकेतिक चक्काजाम
मरवाही के लोग भी खुलकर गुरुकुल में जिला कार्यालय, पुलिस अधीक्षक सहित जिला मुख्यालय बनाए जाने की मांग कर रहे हैं. कार्यालय मरवाही में ऐसे स्थान में बनाए जाने की मांग कर रहे हैं, जहां सभी को आने-जाने में दिक्कत ना हो. इसके लिए मरवाहीवासियों ने सांकेतिक चक्काजाम किया. 12 बजे से 2 बजे तक चक्काजाम कर प्रदर्शन किया गया. चक्का जाम के दौरान प्रशासन ने बड़ी संख्या में पुलिस बल तैनात कर रखे थे. इस दौरान प्रदर्शनकारियों ने जमकर नारेबाजी की. कई बार पुलिस और प्रदर्शनकारियों के बीच वाद-विवाद भी होता रहा. प्रदर्शनकारियों ने प्रशासन को चेतावनी दी है कि उनकी मांग नहीं मानी जाती तो आगामी 6 मार्च से बड़े आंदोलन की तैयारी करेंगे.