बिलासपुर: आगामी 11 नवंबर को भाजपा महिला मोर्चा द्वारा प्रदेश स्तरीय महतारी हुंकार रैली का आयोजन करने जा रही है. लेकिन इस रैली के पहले ही बिलासपुर जिला प्रशासन ने दो महीने के लिए शहर के कई सड़कों और चौराहों पर धारा 144 लगा दिया है. बिलासपुर कलेक्टर ने दो महीने के लिए शहर के कुछ मुख्य मार्गों और चौक पर धरना, आंदोलन, जुलूस और शोभायात्रा पर धारा 144 लगाया है. इस मामले में अब राजनीति शुरू हो गई है. भाजपा ने राज्य सरकार पर सरकार विरोधी रैली को रोकने का आरोप लगाया है.
बिलासपुर में रैलियों पर प्रतिबंध को लेकर गरमाई राजनीति क्या है पूरा मामला: शराब बंदी, महिला विरोधी कार्रवाई, महिला उत्पीड़न, महिला अपराध संबंधी गतिविधि को लेकर 11 नवंबर को भाजपा महिला मोर्चा प्रदेश स्तरीय महतारी हुंकार रैली का आयोजित करने वाली है. इस रैली में प्रदेश से करीब एक लाख की संख्या में महिलाएं बिलासपुर में जुटाने का भाजपा दावा कर रही है. दीपावली के एक सप्ताह पहले ही कलेक्टर ने शहर के कुछ चौक चौराहों और स्थानों में धारा 144 लागू किया है. बिलासपुर कलेक्टर के इस फरमान का अब भाजपा विरोध कर रही है.
नेता प्रतिपक्ष ने लगायासरकार विरोधी रैली को रोकने का आरोप:मामले में भाजपा ने राज्य सरकार पर आरोप लगाया है कि "सरकार के विरोध में हो रहे इस रैली को रोकने और रैली में बाधा डालने की कोशिश प्रदेश सरकार कर रही है. भाजपा नेताओं ने इस आयोजन को करने ऐड़ी छोटी का जोर लगाकर आयोजन करने की बात कह रही है.भाजपा विधायक और विधानसभा नेता प्रतिपक्ष नारायण चंदेल ने इस मामले में कहा कि "सरकार की गलतियों और खामियों को उजागर करने महतारी हुंकार रैली का आयोजन किया जा रहा है. उसे रोकने प्रतिबंध लगाया गया है. लेकिन भाजपा बहुत बड़ी पार्टी है और उसे रोक पाना असंभव है."
प्रशासन कोई भी धारा लगाए, हम नहीं रुकेंगे: भाजपा नेताओं ने इस मामले में कहा कि "भले ही प्रशासन के माध्यम से सरकार धारा 144 लागू कर रही है, ताकि उनकी हुंकार रैली को रोक दिया जाए. लेकिन भाजपा अपने सिद्धान्त पर रहेगी. पहले तो नियम के मुताबिक प्रशासन से अनुमति मांगेगी, यदि प्रशासन अनुमति नहीं देगा. तो भी महिला मोर्चा की यह महतारी हुंकार रैली का आयोजन किया जाएगा.
मामले में भाजपा नेता और पूर्व महापौर किशोर राय ने कहा कि "बिलासपुर जिला प्रशासन कोई भी धारा लगा ले, महतारी हुंकार रैली का आयोजन तो किया जाएगा. सरकार को आइना दिखाने का काम हमारा है. क्योंकि हम विपक्ष में है. अगर सरकार ज्यादती करती है, तो इसे बर्दास्त नहीं किया जाएगा. हम हुंकार रैली करके ही रहेंगे."
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भूपेश सरकार किसी के संवैधानिक अधिकार नहीं छीनती:भाजपा के आरोप पर पीसीसी प्रवक्ता अभय नारायन राय ने कहा कि "भाजपा या कोई भी पार्टी रैली, आंदोलन, धरना करे, ये उनका संवैधानिक अधिकार है. प्रदेश की भूपेश सरकार किसी के संवैधानिक अधिकार को कभी नहीं छीनती. रही बात भाजपा के हुंकार रैली की, तो भाजपा के पास कोई मुद्दा नहीं है. इसलिए वह कोई भी आरोप लगाकर सरकार का विरोध करती रहती है."
पीसीसी प्रवक्ता अभय नारायन राय ने कहा कि "भाजपा की हुंकार रैली के लिए नहीं, बल्कि प्रशासन ने जो प्रतिबंध लगाया है, वो उन जगहों पर लगाया जहां बाजार है. शहर के मुख्य मार्ग, जहां पब्लिक का रोजाना बड़ी संख्या में आवागमन होता है. अभी लगातार त्योहारों का सीजन चल रहा है. जनता को तकलीफ न हो, इसलिए धारा 144 लगाकर आम जनता को राहत देने प्रतिबंध लगाया गया है."
यातायात को सुदृढ़ रखने लगाए है धारा 144 :बिलासपुर कलेक्टर सौरभ कुमार ने इस मामले में कहा कि "यातायात को सूचरु रुप से चलाने के लिए धारा 144 लागू किया गया है. शहर के अस्पतालों, हाईकोर्ट, मुख्य मार्गो में आम जनता को आने जाने में तकलीफ न हो, इसलिए शहर के कुछ मुख्य मार्गो में रैली, जुलूस, शोभायात्रा, धरना आंदोलन, प्रदर्शन पर प्रतिबंध लगाया गया है. ताकि जनता को जाम में फंसने से मुक्ति मिल सके."
कांग्रेस और भाजपा में आरोप प्रत्यारोप का दौर शुरु: बहरहाल शहर के मुख्य मार्गो और सड़कों पर धारा 144 लागू करने को लेकर राजनीति जोर पकड़ रही है. अब देखना होगा कि आगामी दिनों में भाजपा जब प्रशासन से महतारी हुंकार रैली के आयोजन के लिए अनुमति मांगेगी, तब प्रशासन का क्या रुख होगा. प्रशासन के मना करने पर भाजपा का क्या करेगी? यह तो आने वाला समय बताएगा. लेकिन महतारी हुंकार रैली को लेकर अब राजनीति गरमा गई है. प्रदेश की दोनों मुख्य पार्टियां कांग्रेस और भाजपा एकदूसरे पर हमलावर हैं.