बिलासपुर : अक्सर देखा गया है कि कई मामलों में लोग दुश्मनी निकालने के लिए किसी के खिलाफ झूठी एफआईआर दर्ज करा देते हैं.इसके साथ ही पुलिस कई बार मारपीट, लूट, छेड़खानी जैसे आरोपों पर केस दर्ज करती है.लेकिन जांच में पता चलता है कि शिकायत गलत है.एफआईआर में जो कथन लिखवाए गए हैं वो झूठे हैं.इसकी वजह से बिना किसी कारण के अनावेदक को प्रताड़ना झेलनी पड़ती है. ऐसे लोगों पर बिलासपुर पुलिस कानूनी कार्रवाई करना शुरू कर रही है. ऐसे 20 मामले सामने आए हैं. जिसमें झूठी रिपोर्ट लिखाई गई है. अनावेदक को इससे मानसिक परेशानी हुई है.
जमानत में छूटने पर अपराध जारी : इसी तरह जमानती और गैर जमानती धाराओं के तहत अपराधियों को थाने और कोर्ट से मिले जमानत में दिए गए शर्तो के साथ जमानत दी जाती है. जमानत होने के बाद ये अपराधी फिर से समाज में अपराध करते हैं. ये लोग रिपोर्ट लिखवाने वाले आवेदक को धमकाना, डराना और मारपीट जैसी घटनाओं को अंजाम देते हैं. ऐसे लोगों पर भी बिलासपुर पुलिस दोबारा कानूनी कार्रवाई करने का मन बना रही है. लगभग 51 ऐसे लोग हैं जिन्हें बिलासपुर पुलिस ने लिस्ट किया है.