बिलासपुर: छत्तीसगढ़ प्रदेश कांग्रेस कमेटी की शनिवार को बिलासपुर में संभाग स्तरीय बैठक हुई. बैठक में छत्तीसगढ़ प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष मोहन मरकाम और बिलासपुर संभाग के समस्त कांग्रेसी नेता मौजूद थे. इस मीटिंग में बिलासपुर संभाग के सभी नेता और इस संभाग के जिला प्रभारी पदाधिकारियों से भी चर्चा की गई. मीटिंग में कार्यकर्ताओ को चुनाव में बूथों को मजबूत करने और मतदाताओं को सरकार की महती योजनाओं की जानकारी देने के बारे में बताया गया.
"टिकट देने का अधिकार हाईकमान को":पीसीसी चीफ मोहन मरकाम ने मीडिया से चर्चा करते हुए कहा कि "टिकट देने का अधिकार हाईकमान का होता है. पहले हाईकमान सर्वे कराता है और उसी आधार पर टिकट फाइनल किया जाता है. संगठन के माध्यम से हम समय-समय पर विधायकों की रिपोर्ट मंगाते हैं. लेकिन संगठन के मुखिया होने के नाते उनकी मंशा है, जो 71 विधायक जीत कर आए हैं. सभी 71 के 71 विधायक फिर से चुनाव लड़ सकें.
प्रदेश अध्यक्ष बदले जाने के सवाल का दिया जवाब:मोहन मरकाम ने कहा कि,ठकांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष बदले जाने की बात हम मीडिया के माध्यम से लगातार सुन रहे हैं. प्रदेश अध्यक्ष बदलने का अधिकार केवल हाईकमान को है. हाईकमान का जो भी निर्देश, आदेश आएगा. प्रदेश अध्यक्ष उसका पालन करेगा. 4 साल पहले तत्कालीन राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी ने प्रदेश कांग्रेस कमेटी की बागडोर मुझे सौंपी थी. तब उसी दिन से मैंने तय किया. मेरे मन में प्रदेश अध्यक्ष वाली भावना नहीं है. मेरे मन में कार्यकर्ता वाली भावना है. मुझे पार्टी ने काम करने का अवसर दिया है. मैंने उस अवसर का भरपूर उपयोग भी किया है."
भाजपा पर जमकर बरसे पीसीसी चीफ मरकाम:पीसीसी चीफ ने भाजपा और पूर्ववर्ती सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि "जब जब भाजपा विपक्ष में जाती है, धार्मिक, सामाजिक ध्रुवीकरण धर्म के नाम पर लोगों को बांटती है. भारतीय जनता पार्टी का हिडन एजेंडा है फूट डालो और राज करो. लेकिन छत्तीसगढ़ में भाजपा का हिडन एजेंडा नहीं चलने वाला है. छत्तीसगढ़ शांत प्रदेश है और यहां के लोग भाईचारे के साथ रहते हैं. छत्तीसगढ़ में विकास के पैमाने पर हम चुनाव लड़ने वाले हैं. 2023 के चुनाव में कांग्रेस की सरकार ने जो काम किए हैं. उन उपलब्धियों को लेकर हम जनता के बीच जाएंगे. हमें उम्मीद है जनता का जनादेश कांग्रेस प्रत्याशियों को मिलेगा."
"चुनाव के नजदीक आते ही नक्सली डराते हैं":मरकाम ने नक्सलवाद को लेकर कहा कि "जब जब चुनाव नजदीक आता है. नक्सली डराने धमकाने का काम करते हैं. छत्तीसगढ़ में हमारी सरकार, शांति, सुरक्षा ,विश्वास और विकास के एजेंडे पर चल रही है. भारतीय जनता पार्टी के शासनकाल में जहां स्कूल बंद था, वहां आज स्कूल संचालित हो रहा है. भारतीय जनता पार्टी के शासनकाल में 3 हज़ार स्कूलों को बंद किया गया था, हमारी सरकार ने उन स्कूलों को दोबारा शुरू कर दिया है. भाजपा के शासनकाल में 17 जिलों में नक्सल गतिविधियां संचालित थी. जो अभी कम होकर सात, आठ जिलों में सिमट चुकी है. यह हमारी सरकार की बड़ी उपलब्धि है. हमारी सरकार में विश्वास, जो जनता के प्रति है वह चुनाव में भी बरकरार रहेगा."