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Online Fraud In Bilaspur: कौन बनेगा करोड़पति के झांसे में आए रिटायर्ड DSP, मुंबई से ठगी का आरोपी गिरफ्तार - Bilaspur police arrested accused of online fraud

बिलासपुर में करोड़पति बनने की चाहत में रिटायर्ड डीएसपी ठगी का शिकार हो गए थे. इस केस में पुलिस को सफलता मिली है. पुलिस ने तकनीकी साक्ष्य के आधार पर मुंबई से ठगों के एक साथी को गिरफ्तार किया है.

Online Fraud in bilaspur
कौन बनेगा करोड़पति के झांसे में आए रिटायर्ड DSP

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Published : Feb 15, 2023, 1:38 PM IST

बिलासपुर :सिविल लाइन थाना क्षेत्र में रिटायर्ड डीएसपी से कौन बनेगा करोड़पति का झांसा देकर 6 लाख 50 हजार की ऑनलाइन ठगी करने वाले गिरोह के एक सदस्य को पुलिस ने मुंबई से गिरफ्तार किया है. सिविल लाइन थाना प्रभारी परिवेश तिवारी ने बताया कि ''थाना क्षेत्र के आसमा सिटी में रहने वाले रिटायर्ड डीएसपी को 2022 मे कौन बनेगा करोड़पति में 25 लाख जीतने का झांसा देकर साइबर ठगों ने 6लाख 50 हजार ठगी कर ली.''

कैसे की ठगी :डीएसपी रविंद्र कुमार को एक अनजान फोन से कॉल आया.जिसने कौन बनेगा करोड़पति में 25 लाख का इनाम जीतने का झांसा दिया. जिसके झांसे में आकर वो रुपए गवां बैठे. वहीं पीड़ित की शिकायत पर पुलिस ने मामले की जांच कर रही थी इसी बीच टेक्निकल और साक्ष्य के आधार पर पुलिस ने साइबर अपराध के आरोप में मुंबई से एक ऑटो चालक युवक सन्नी को पकड़ा. जो मंगरार जमोई बिहार का रहने वाला है. युवक बैंक खाता खुलवाया था. जिससे ठगी के रकम उसमें गया था. पुलिस युवक को साक्ष्य के आधार पर पकड़कर पुछताछ कर कार्रवाई में जुटी है. मिली जानकारी के अनुसार लालच में आकर युवक ठगों से जुड़ा हुआ था.

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मेडिकल अफसर हुआ धोखाधड़ी का शिकार :वहींदूसरे मामले में सरकंडा थाना क्षेत्र में एक मेडिकल ऑफिसर भी धोखाधड़ी का शिकार हो गया. सरकंडा थाना प्रभारी फैजुल शाह के अनुसार 12 फरवरी को माया सागर कार लोन लेने के लिए गूगल पर सर्च कर रहा था. तभी लोन के लिए बैंक ऑफ इंडिया की साइट पर दिए मोबाइल नंबर पर बात की. जिसमें एक अज्ञात मोबाइल धारक ने कार लोन के लिए जरूरी दस्तावेज भेजने की बात कहते हुए एक लिंक भेजा. इस पर माया सागर ने जैसे ही क्लिक किया तो उसके अकाउंट से यूपीआईडी के माध्यम से 25हजार 400 कट गए. रुपए कटने के मैसेज आने के बाद वो सरकंडा थाना पहुंचा. ठगी होने पर मेडिकल ऑफिसर ने थाने में अनजान नंबर धारक के खिलाफ जुर्म दर्ज कराया. इसके साथ ही एसीसीयू जाकर रुपए वापस दिलाने के लिए आवेदन किया है.

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