बिलासपुर: प्रदेश सहित संभाग की कोई भी यूनिवर्सिटी राष्ट्रीय रैंकिंग के टॉप 200 में स्थान नहीं बना पाई है. नेशनल इंस्टीट्यूट रैंकिंग फ्रेमवर्क की रिपोर्ट के अनुसार प्रदेश की कोई भी यूनिवर्सिटी टॉप 200 में नहीं है. जिसे बेहद शर्मनाक माना जा सकता है.
प्रदेश की किसी भी यूनिवर्सिटी को टॉप-200 में नहीं अटल बिहारी वाजपेयी यूनिवर्सिटी के कुलसचिव ने ETV भारत को बताया कि यूनिवर्सिटी की परफॉर्मेंस पुअर है, इसकी वजह से प्रदेश की कोई भी यूनिवर्सिटी टॉप 200 में नहीं है. उन्होंने कहा कि 'हमारे विश्वविद्यालय के पास आधारभूत संरचना का अभाव है और हम स्टाफ की कमी को शुरू से ही झेल रहे हैं'. कुलसचिव ने बताया कि विश्वविद्यालय में स्टाफ की कमी से स्टूडेंस को परेशानी भी झेलनी पड़ती है. पढ़ें- रमन सिंह ने CM भूपेश को लिखा पत्र, किसानों के हित के लिए की ये मांग
विश्वविद्यालय के पास खुद की बिल्डिंग तक नहीं
कुलसचिव ने बताया कि यूनिवर्सिटी को अस्तित्व में आए 8 साल हो गए हैं और हम दिनों-दिन बेहतर परफॉर्मेंस करने की कोशिश में जुटे हैं. उम्मीद है कि आनेवाले दिनों में जब रैंकिंग जारी होगी, तब हमारा बेहतर प्रदर्शन दिखेगा. यूनिवर्सिटी प्रबंधन का कहना है कि अभी तक विश्वविद्यालय के पास खुद की बिल्डिंग तक नहीं है, जो कि पिछड़ने का अपने आप में बहुत बड़ा कारण है. यहां अभी तक 150 कॉलेज की नैक ग्रेडिंग भी नहीं हुई है.
केंद्रीय विश्वविद्यालय का परफॉर्मेंस भी डाउन
प्रदेश में मौजूद एकमात्र केंद्रीय विश्वविद्यालय गुरु घासीदास की परफॉर्मेंस भी काफी खराब है और इस यूनिवर्सिटी ने भी टॉप 200 में स्थान नहीं बनाया है. बीते पांच साल में सेंट्रल यूनिवर्सिटी की रैंकिंग लगातार गिरी है.