गौरेला पेंड्रा मरवाही:महिला आयोग की राष्ट्रीय अध्यक्ष रेखा शर्मा ने महिलाओं के लिए "एक विधान एक संविधान" की मांग की है. मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड पर सवाल उठाते हुए रेखा शर्मा ने कहा है कि " जब सब महिलाओं की तकलीफें एक है तो कानून अलग-अलग क्यों...? मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड के कारण महिला आयोग मुस्लिम महिलाओं की समस्याओं को नहीं सुन पा रहा. कोरोना काल के बाद महिला और बच्चियों की तस्करी बढ़ गई है, जिसके लिए महिला आयोग ने एंटी ट्रैफिकिंग सेल बनाया है, ये सेल पहले नहीं था. अब महिलाओं की सुरक्षा के लिए इस सेल को बनाया गया है.
"एक विधान एक संविधान" की मांग: "एक विधान एक संविधान" की मांग अब से पहले पार्टी कार्यकर्ता करते थे. हालांकि अब राष्ट्रीय महिला आयोग ने महिलाओं के हक के लिए "एक विधान एक संविधान" की मांग की है. मीडिया से मुखातिब हो रेखा शर्मा ने कहा, "मुस्लिम महिलाएं अपनी समस्याओं के लिए महिला आयोग के पास न जाकर मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड का रुख करती है. महिलाओं से संबंधित सभी कानून एक जैसे होने चाहिए. महिलाएं चाहे किसी भी धर्म की हो, सभी की तकलीफें एक जैसी है. महिलाएं चाहे हिंदू हो, मुस्लिम हो, बौद्ध व जैन हो, जब हमारी तकलीफ एक है, परेशानियां एक ही है, तो कानून अलग-अलग क्यों?"