बिलासपुर: नेता प्रतिपक्ष नारायण चंदेल मंगलवार को बिलासपुर निजी प्रवास पर पहुंचे (Narayan chandel targets bhupesh baghel). छत्तीसगढ़ भवन में उन्होंने पत्रकारों से बात करते हुए प्रदेश सरकार को लेकर निशाना साधा है. नेता प्रतिपक्ष नारायण चंदेल ने इस दौरान मीडिया से बात करते हुए कहा कि नक्सलियों की भूपेश सरकार में इतनी हिम्मत बढ़ी हुई है कि अब वह अपना वार्षिक बजट पेश कर रहे हैं. इससे साफ नजर आता है कि सरकार नक्सलियों को रोक पाने में नाकाम साबित हो रही है. नक्सली अपना वार्षिक बजट पेश कर सरकार को चिढ़ा रहे हैं. नेता प्रतिपक्ष नारायण चंदेल ने ईडी और प्रदेश में कांग्रेस की खराब स्थिति को लेकर भी पत्रकारों से चर्चा की.(Naxalites presenting annual budget)
भूपेश सरकार में नक्सलियों की बढ़ी हिम्मत, वार्षिक बजट कर रहे पेश: नेता प्रतिपक्ष
Narayan chandel targets bhupesh baghel बिलासपुर दौरे पर गये नेता प्रतिपक्ष नारायण चंदेल ने मीडिया से बात करते भूपेश सरकार पर जमकर निशाना साधा है. चंदेल ने तंज कसते हुए कहा कि "सरकार नक्सलियों को रोक पाने में नाकाम साबित हो रही है. नक्सली अपना वार्षिक बजट पेश कर सरकार को चिढ़ा रहे हैं." नेता प्रतिपक्ष नारायण चंदेल ने ईडी और प्रदेश में कांग्रेस की खराब स्थिति को लेकर भी चर्चा की.Naxalites presenting annual budget
"सरकार भ्रष्टाचार में लिप्त": (Narayan chandel ) नेता प्रतिपक्ष नारायण चंदेल ने कहा कि "मुख्यमंत्री भूपेश बघेल और कांग्रेस बार बार ईडी की रेड की बात कर रही है. अगर भ्रष्टाचार नहीं होता, तो छापा में कुछ नहीं निकलता. इतना बड़ा खुलासा ईडी ने किया है, जिससे साफ है कि सरकार भ्रष्टाचार में लिप्त है. उनके अधिकारियों को गिरफ्तार किया जा रहा है. उनके खुद के मंत्री अधिकारी भ्रष्टाचार को उजागर कर रहे हैं." चंदेल ने कहा कि "कोरबा विधायक और राजस्व मंत्री जयसिंह अग्रवाल ने कोरबा कलेक्टर को प्रदेश नहीं, बल्कि देश का सबसे भ्रष्ट कलेक्टर बताया है और ईडी ने साबित भी कर दिया कि एक टन कोयले के पीछे 25 रुपए रिश्वत ली जा रही है."
"नक्सली वार्षिक बजट पेश कर रहे, जैसे सरकार करती है":नेता प्रतिपक्ष नारायण चंदेल ने कहा कि "भूपेश सरकार में नक्सलियों की इतनी हिम्मत बढ़ गई है कि वह खुलेआम उगाही कर रहे हैं, और सरकार और उनका सूचना तंत्र नाकाम साबित हो रहा है. नक्सलियों को रोक पाने तो दूर की बात है सरकार उन्हें पकड़ भी नहीं पा रही है, इसके अलावा सरकार जिस तरह वार्षिक बजट पेश करती है उस तरह नक्सली अपना वार्षिक बजट पेश कर रहे हैं. यह सरकार के लिए शर्मनाक बात है इससे यह साबित होता है कि नक्सली अपनी खुद की सरकार चला रहे हैं. नक्सली अपनी अलग सरकार बना कर रखे हैं. नक्सलियों के वार्षिक बजट पेश करने से यह बात अब साबित हो गई है कि, सरकार उन्हें खत्म करने के बजाय मुंह ताकते बैठी हुई है."
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बस्तर में चल रहा है जंगल राज, आदिवासी बीमारी से मर रहे:नेता प्रतिपक्ष नारायण चंदेल ने अपने बस्तर के दौरे को लेकर कहा कि "वे और प्रदेश अध्यक्ष दोनों दौरे पर गए थे. वे बीजापुर, नारायणपुर और सुकमा भी गए. बस्तर में कांग्रेस के खिलाफ माहौल है. पूरे बस्तर अंचल में जंगलराज चल रहा है. इंद्रावती नदी के उस पार भी गए थे. आदिवासी बीमारी से मर रहे हैं. 50-60 आदिवासी इलाज के अभाव में बीमारी से मर रहे हैं और गुहार लगा रहे हैं. कि उन्हें बचा लें. लेकिन वहां न स्वास्थ्य विभाग की टीम पहुंची और ना सरकार का कोई नुमाइंदा. यहां तक की वहां के मंत्री कवासी लकमा भी नहीं पहुंचे. उनकी स्थिति जानने के लिए कोई नहीं गया. वह चिल्ला रहे हैं कि उन्हें बचा लें. एक तरफ कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष मोहन मरकाम पैदल यात्रा कर रहे हैं, लेकिन आदिवासी भाइयों की स्थिति जानने वहां तक कोई नहीं पहुंच पाए."