बिलासपुर: लगातार भारी बारिश के कारण बिल्हा से लगे स्वयंभू शिव धाम मोहभट्टा जलमग्न हो गया है. लगातार हो रही बारिश के कारण इस बार मंदिर परिषद लबालब हो गया है. प्राचीनतम मंदिर के लिए भक्तों की आस्था है कि यहां जलाभिषेक करने वाले भक्तों की मनोकामना पूरी होती है. यहीं वजह है कि भक्तगण स्वयंभू शिव धाम में जलाभिषेक करने आते हैं.
दूरदराज से आने वाले भक्तों के लिए सावन और महाशिवरात्रि विशेष पर्व है, वैसे प्रत्येक सोमवार को भगवान शंकर के दर्शन के लिए दूर दराज से भक्तगण मंदिर पहुंचते हैं. भारी बारिश के कारण मंदिर जलमग्न हो गया है. इससे भक्तों को पूजा अर्चना में थोड़ी कठिनाई आ रही है, फिर भी मंदिर आने वाले भक्त बगैर दर्शन किए वापस नहीं जाते हैं. मंदिर के पुजारी के मुताबिक मंदिर लगभग चार-पांच सौ वर्ष पुराना है, मगर स्वयंभू शिव धाम में भगवान शंकर का शिवलिंग बहुत पहले से स्वयं प्रकट होना माना जाता है. मंदिर आने वाले भक्तगण बताते हैं कि मौसम कैसा भी हो पर भगवान की आराधना जरूरी है. यहीं वजह है कि पानी में डुबकी लगाकर भी भक्त पूजा अर्चना कर रहे हैं.