गौरेला पेंड्रा मरवाही :छत्तीसगढ़ विधानसभा की कार्यवाही (budget session of chhattisgarh assembly 2022) सोमवार को शुरू हुई. इस दौरान मरवाही वन मंडल में पुलिया और स्टॉपडेम निर्माण में अनियमितता का मामला सदन में गूंजा. सत्तापक्ष के विधायक गुलाब कमरो ने ध्यानाकर्षण के जरिये मामला उठाया. इसको लेकर पंचायत मंत्री टी एस सिंहदेव ने माना कि इसमें गड़बड़ी हुई है. इसके साथ ही सिंहदेव ने सदन में 14 वन अधिकारियों और कर्मचारियों को निलंबित करने की घोषणा कर दी. जिला पंचायत सीईओ गजेंद्र ठाकुर के निलंबन की भी घोषणा की गई. गड़बड़ी करने वाले एक तत्कालीन डीएफओ के खिलाफ कार्रवाई की अनुशंसा भी समन्वय में भेजी जाएगी.
विधानसभा में गूंजा मनरेगा घोटाला मामला : 15 अधिकारी-कर्मचारी निलंबित, रिटायर्ड डीएफओ से भी हो सकती है वसूली
छत्तीसगढ़ विधानसभा बजट सत्र (budget session of chhattisgarh assembly 2022) की कार्यवाही सोमवार को एक बार फिर से शुरू हुई. इस दौरान महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी योजना (मनरेगा) में अनियमितता मामला भी उठाया गया. इसपर पंचायत एवं ग्रामीण विकास मंत्री टीएस सिंहदेव ने 15 अधिकारियों-कर्मचारियों को निलंबित करने की घोषणा की.
विधानसभा में गूंजा मनरेगा घोटाला मामला
इन वन अफसरों के खिलाफ कार्रवाई
- राकेश कुमार मिश्र, सेवानिवृत्त - तत्कालीन प्रभारी वन मंडलाधिकारी.
- केपी डिंडौरे - तत्कालीन उप वन मंडलाधिकारी गौरेला.
- गोपाल प्रसाद जांगड़े - तत्कालीन वन परिक्षेत्र अधिकारी.
- अंबरीश दुबे - तत्कालीन परिक्षेत्र सहायक गौरेला.
- अश्वनी कुमार दुबे -तत्कालीन परिक्षेत्र सहायक केंवची.
- उदय तिवारी - तत्कालीन परिक्षेत्र सहायक पिपरखुंटी.
- अनूप कुमार मिश्रा - तत्कालीन परिक्षेत्र सहायक पंकरिया.
- राजकुमार शर्मा, सेवानिवृत्त – तत्कालीन प्रभारी परिक्षेत्र अधिकारी गौरेला.
- वीरेंद्र साहू - तत्कालीन वन रक्षक चुकतीपानी.
- दीपक कोसले - तत्कालीन वन रक्षक ठाडपथरा.
- देवेंद्र कश्यप – तत्कालीन वन रक्षक पंडवनिया.
- पन्नालाल जांगड़े - तत्कालीन वन रक्षक आमानाला.
- नवीन बंजारे - तत्कालीन वन रक्षक, पकरिया.
- लाल बहादुर कौशिक – तत्कालीन वन रक्षक, केंवची.
- नीतू ध्रुव – तत्कालीन वन रक्षक ठेंगाडांड.