बिलासपुर : सरकंडा थाना क्षेत्र में रहने वाले युवक ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर (Youth commits suicide by hanging in Bilaspur )ली. युवक की मौत के बाद पुलिस ने मामले की जांच शुरु की. पुलिस इस मामले में युवक द्वारा आत्महत्या करने के असली कारणों का पता लगाने में जुट गई है. युवक ने फांसी लगाने के मामले में पुलिस परिवार की स्थिति को कारण मान रही है. क्योंकि परिवार की आर्थिक स्थिति अच्छी नही है. युवक की मां लकवाग्रस्त है और छोटा भाई मानसिक रूप से कमजोर है. इसके अलावा कोरोना से बहन की भी मौत भी हो गई थी, जिसके बाद से वह मानसिक तनाव में (mentally disturbed Youth hanging in Bilaspur) था.
बिलासपुर में युवक ने फांसी लगाकर की आत्महत्या, मानसिक रुप से था परेशान
बिलासपुर में युवक ने आत्महत्या कर ली है. बताया जा रहा है कि युवक मानसिक दबाव में था.युवक होटल में काम करके घर का खर्च उठाता था. घर पर उसकी मां लकवाग्रस्त और छोटा भाई मानसिक रुप से विक्षिप्त है. बताया जा रहा है कि आर्थिक स्थिति ठीक नहीं होने के कारण युवक ने ये कदम उठाया. Bilaspur Sarkanda police station area
कब मिली पुलिस को सूचना :मंगलवार की शाम छठघाट के जंगल में युवक की लाश पेड़ पर लटकी लाश मिलने की सूचना पुलिस को मिली.पुलिस ने मौके पर पहुंचकर देखा युवक का शव गमछे के सहारे पेड़ पर लटक रहा है. पास ही युवक की बाइक भी खड़ी थी. पुलिस ( Bilaspur Sarkanda police station area) ने बाइक की तलाशी ली, तब उसमें से कुछ दस्तावेज मिले, जिसके आधार पर युवक की पहचान राजकिशोर नगर में रहने वाले आलोक गुप्ता के रूप में हुई. युवक सरगांव का रहने वाला है और होटल में काम करता है. युवक की बाइक में सूर्या होटल के नाम से पर्ची मिली. इसके बाद पुलिस ने सूर्या होटल के मैनेजर से पूछताछ कर जानकारी जुटाई, तब पता चला कि आलोक वहां होटल में काम करता था. इस दौरान पुलिस ने उसके परिवार वालों को घटना की जानकारी दी. खबर मिलते ही उसके परिजन मौके पर पहुंच गए. पुलिस ने शव को उतार कर पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया.
परिवार की आर्थिक स्थिति ठीक नही :पुलिस जांच में युवक के विषय मे जानकारी लगी कि युवक के परिवार की आर्थिक स्थिति ठीक नही है. युवक सरगांव से आकर यहां होटल में काम कर परिवार को पाल रहा था. युवक मानसिक तनाव में भी था. पुलिस ने बताया कि करीब दस साल पहले उसके पिता की मौत हो गई थी. आठवीं कक्षा तक पढ़े आलोक ही परिवार में एकमात्र कमाने वाला था.उसकी मां लकवा से ग्रसित है. उसका भाई भी मानसिक रूप से विक्षिप्त है. अपनी छोटी बहन सिद्धी से आलोक को बहुत लगाव था, वह पिछले साल कोरोना चल बसी.बहन की मौत के बाद से ही वो मानसिक अवसाद में था.