बिलासपुर : 25 जून 1975 से 21 मार्च 1977 तक का 21 महीने की अवधि में भारत में आपातकाल लगाया गया था. जिसे बीजेपी देश पर काला धब्बा मानती है. इस मौके पर नेता प्रतिपक्ष धरमलाल कौशिक ने बिलासपुर में प्रेस कॉन्फ्रेंस की और कांग्रेस पर हमला बोला. उन्होंने कहा कि, 'अब कभी ऐसा दिन न आए'.
धरमलाल कौशिक का कांग्रेस पर हमला उन्होंने ये भी कहा कि, 'कांग्रेस जब-जब सत्ता में आई है वो लोगों के हितों के बारे में नहीं अपने हितों के बारे में सोचती है. जनहित के नाम पर लोगों पर अत्याचार किया गया. नेता प्रतिपक्ष ने इमरजेंसी को यादकर तत्कालीन इंदिरा सरकार के कार्यप्रणाली को आधार बनाकर कांग्रेस को कटघरे में शामिल किया'. नेताप्रतिपक्ष ने कहा कि, 'उन दिनों 19 महीने का सफर काफी मुश्किल भरा था और सत्ता से बगावत करने वाले जेल में डाले जा रहे थे. उन दिनों तमाम विरोधी नेताओं के खिलाफ वृहत रूप से नसबंदी जैसे करतूतों को अंजाम दिया गया'.
'पत्रकारों के साथ भी अन्याय किया गया'
उन्होंने कहा कि, 'साथ ही सत्ता के खिलाफ बागी बने पत्रकारों के साथ भी अन्याय किया गया, उन्हें जेल में डाल दिया गया. बेजा कब्जा के नाम से लोगों के आशियाने उजाड़े गए. तत्कालीन कांग्रेस सरकार ने जनहित को त्यागकर व्यक्तिगत हित को प्रमुखता दिया. देश के ऊपर इमरजेंसी के काले अध्याय को थोपा गया था'.
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बता दें 25 जून 1975 को तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी द्वारा लागू किए गए इमरजेंसी के विरोध में बीजेपी इस दिन को ब्लैक डे के रूप में मनाती है. बीजेपी ने इसी बहाने कांग्रेस को घेरने की कोशिश की है. धमतरी में राज्यसभा सांसद रामविचार नेताम ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर इमरजेंसी को देश के लिए काला दिन बताया है, तो वहीं जिला पंचायत सदस्य के साथ हुई मारपीट की घटना को शर्मनाक बताते हुए निंदा की.