बिलासपुर: छत्तीसगढ़ मुक्ति मोर्चा के बैनर तले मंगलवार को मजदूरों ने अपनी मांगों को लेकर कलेक्ट्रेट का घेराव कर दिया. मजदूरों ने अपनी मांगों को लेकर कलेक्टर के माध्यम से राष्ट्रपति , प्रधानमंत्री और प्रदेश के मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन सौंपा है और मांग को जल्द पूरा करने की बात कही है. पिछले कई साल से यह मजदूर ठेकेदार के अंदर काम कर रहे थे. लेकिन बीते 4 महीने से उनका वेतन रोक दिया गया है.
बिलासपुर में मजदूरों का प्रदर्शन इतना ही नहीं इनका ठेका भी समाप्त कर दिया गया है. जिससे यह काफी परेशान हैं. अब प्रशासन नई ठेका कंपनी से वहा काम करवा रही है. जिस पर इन्होंने आपत्ति दर्ज की है.
ठेकेदार पर लगाया मनमानी का आरोप
प्रदर्शनकारियों का आरोप है कि पुराने ठेकेदार ने अब तक सैकड़ो मजदूरों का वेतन नही दिया है. जिससे मजदूरों के सामने भूखा मारने की नौबत आ गई है. इसके अलावा नए ठेकेदार के आने के बाद नई ठेका कंपनी अब उन्हें काम पर भी नहीं ले रही है और नए कर्मचारियों की भर्ती कर रही है. मजदूर नेता ने बताया कि जब वे नए ठेकेदार के पास नौकरी मांगने जा रहे है तो उसके कर्मचारियों के द्वारा उनसे पैसों की मांग की जा रही है. पैसे देने पर ही दोबारा उन्हें नौकरी मिल पाएगी. ऐसे में अब मजदूरों के सामने बेरोजगारी तो आ ही गई साथ ही पुराना वेतन भी नही मिल रहा है.
कलेक्ट्रेट पहुचे मजदूरों में सेंट्रल यूनिवर्सिटी के अलावा वेलकम दिसलरी के मजदूर भी थे जिन्हें वहां के ठेकेदार द्वारा तय वेतन में कटौती कर भुगतान किया जाता है. मजदूर नेता ने बताया कि यह पूरा मामला लगभग 8 करोड रुपए के देनदारी का है. जिसमें अधिकारियों से इंसाफ की गुहार लगाई गई है