बिलासपुर:12 जातियों को जनजातियों में शामिल करने के मामले में भाजपा ने प्रेस कॉन्फ्रेंस (Krishnamurthy Bandhi targets Congress) किया. भाजपा नेताओं ने कहा कि कांग्रेस श्रेय लेने के लिये भ्रामक प्रचार कर रही है. बीजेपी के प्रदेश प्रवक्ता ने पत्रकारों को बताया कि इस मामले में भाजपा की प्रदेश में सरकार रहते तात्कालिक मुख्यमंत्री डॉ रमन सिंह ने पूरी मेहनत की. केंद्र की बीजेपी सरकार ने उनकी कार्यों को सम्मान के रूप में 12 जातियों को जनजातियों में शामिल किया है. कांग्रेस इस मामले में केवल पत्राचार कर श्रेय ले रही है.
डॉ कृष्णमूर्ति बांधी ने कांग्रेस पर साधा निशाना "भूपेश बघेल और कांग्रेस झूठ बोल रहे": केंद्र सरकार ने 12 जातियों को जनजातियों में शामिल करने का आदेश जारी कर दिया है. इस आदेश के बाद अब छतीसगढ़ की दोनों मुख्य राजनीतिक पार्टियों ने इस मामले में श्रेय लेने शुरू कर दिया है. छत्तीसगढ़ भाजपा ने शुक्रवार को भाजपा कार्यालय में प्रेस कॉन्फ्रेंस कर केंद्र की फैसले को भाजपा की जीत बताया है. उन्होंने कहा कि "भूपेश बघेल और कांग्रेस झूठ बोल रहे हैं. कांग्रेस इस मामले में खुद के पत्राचार को अहम बता रही है. जबकि उनको मालूम होना चाहिए कि केवल पत्राचार से कुछ नहीं होता.
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2022 में पीएम मोदी से मुलाकात कर रखी मांग: कांग्रेस से पहले भाजपा शासनकाल में तात्कालिक मुख्यमंत्री डॉ रमन सिंह ने इसके लिए बहुत सारे काम पहले किये हैं. डॉ रमन ने पहले ही सारे प्रशासनिक कार्य कर लिए थे. भाजपा प्रदेश प्रवक्ता कृष्णमूर्ति बांधी ने कहा कि "2020 में भाजपा सांसदों और नेताओं के प्रतिनिधिमंडल ने प्रधानमंत्री और विभागीय मंत्री से मुलाकात की. इन जातियों को अनुसूचित जनजाति में शामिल करने की मांग के साथ ही सभी तथ्यों से अवगत करा दिया था
कांग्रेस के सरकार रहते क्यों नहीं किया शामिल: भाजपा के पूर्व मुख्यमंत्री रमन सिंह ने भाजपा प्रदेश अध्यक्ष अरुण साव, केन्द्रीय राज्य मंत्री रेणुका सिंह, सांसद गोमती साय और छत्तीसगढ़ जनजाति समुदाय के भाजपा के सभी नेताओं ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और केंद्रीय मंत्री अर्जुन मुंडा से भेंट और पत्राचार के माध्यम से कोशिश की. भाजपा के आदिवासी नेता लगातार प्रयास करते रहे हैं. हमारी पार्टी के नेताओं की मेहनत से प्रधानमंत्री और केंद्र सरकार ने इस आग्रह को स्वीकार कर 12 जातियों को जनजाति में शामिल किया. कांग्रेस ने इतने साल केंद्र में राज किया, यदि उन्हें करना रहता तो पहले ही कर दिए रहते. जब पहले इस काम को नहीं किये, तो अब श्रेय क्यों ले रहे हैं."